आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि संसद से सांसद सस्पेंड नहीं हुए हैं, बल्कि देश के अंदर डेमोक्रेसी सस्पेंड हुई है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के इन सांसदों को सिर्फ इसलिए निलंबित किया गया, क्योंकि इन्होंने संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर सवाल किए थे.
आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मसले पर सवाल करने वाले विपक्षी दलों के सांसदों का निलंबन आज के लोकतंत्र की बड़ी विडंबना है. उन्होने कहा ये बहुत ही आश्चर्य की बात है कि जिस भाजपा के सांसद के हस्ताक्षर से आरोपी सदन के अंदर आए, वो सांसद आज भी सदन के अंदर बैठे हैं और उनकी सदस्यता पर कोई आंच नहीं आई है.
‘जिनके हस्ताक्षर से पास बना, उन पर एक्शन क्यों नहीं?’
आप के वरिष्ठ नेता और पंजाब से राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा के एक सांसद के हस्ताक्षर से विजिटर पास बनवाकर दो आरोपी सदन के अंदर आते हैं और सदन पर हमला करते हैं. वो दोनों आरोपी एक तरह से भाजपा सांसद के मेहमान थे. इसके बावजूद वो भाजपा के सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. उनकी सदस्यता पर कोई आंच नहीं आई है.
‘141 सांसदों का निलंबन कहां का न्याय?’
राघव चड्ढा ने सवाल उठाया कि संसद की सुरक्षा के मसले पर केंद्र सरकार से सवाल पूछने वाले विपक्ष के 141 सांसदों को निलंबन कहां का न्याय है. ये कैसा लोकतंत्र है. राघव चड्ढा ने कहा कि मुझे ये कहने में बिल्कुल भी गुरेज नहीं है कि आज ये सांसद सस्पेंड नहीं हुए हैं, बल्कि डेमोक्रेसी सस्पेंड हुई है.