इंदौर में कुत्तों के काटने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. लाल अस्पताल में पिछले 24 घंटे में 200 से ज्यादा कुत्तों के काटे जाने के मामले सामने आए. जानकारी के मुताबिक इंदौर में 26 सरकारी अस्पताल हैं, जहां पर एंटी रेबीज के टीके लगाए जाते हैं. इसके अलावा प्राइवेट अस्पताल और प्राइवेट क्लीनिक की संख्या भी 100 से ज्यादा है.
एक अनुमान एक मुताबिक लगभग एक हजार मामले रोजाना इंदौर से सामने आ रहे हैं. देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में कुत्तों का आतंक है. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार दिसंबर के 18 दिनों में 2519 मामले सामने आए और यह सिर्फ एक अस्पताल का आंकड़ा मात्र है. स्थानीय लोगों का कहना है कि वो आवारा कुत्तों से परेशान हैं. लगातार कुत्तों की आबादी बढ़ती ही जा रही है.
आवारा कुत्तों से परेशान हुए इंदौर के लोग
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉक्टर अमित मालाकार ने बताया कि मरीजों के स्वास्थ्य लाभ के लिए नेशनल रेबीज कंट्रोल प्रोग्राम चलता है उसके माध्यम से हम करीब 26 संस्थानों में वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है, जो की पूरी तरह निशुल्क है. इसके अलावा iec के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है. जिससे वो कुत्तों के काटे जाने वाली बीमारियों से खुद को बचाए. बीते 24 घंटे में 220 के आसपास पूरे इंदौर जिले के डॉग बाइट के केस पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं.
प्रतिदिन 210 से 220 डॉग बाइट के केस प्रतिदिन आ रहे हैं और महीने की बात करें तो साढ़े तीन हजार आंकड़ा हो रहा है जो कि चिंता का विषय है. महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग लगातार उच्चतम न्यायालय के अनुरूप आवारा कुत्तों से जो समस्या पैदा होने वाली समस्या का हल निकालने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि करीबन 60% से ज्यादा आवारा कुत्तों की नसबंदी इंदौर जिलों में की जा चुकी है और बाकी बचे हुए श्वानों के लिए एजेंसी तय करने का काम इंदौर नगर निगम नए सिरे से करने जा रहा है.