चंडीगढ़ के मनीमाजरा में आवारा कुत्तों का आतंक इन दिनों काफी बढ़ गया है. कुत्ते अक्सर राह चलते लोगों पर हमला कर देते हैं. इसी बीच खबर आई है कि डॉग अटैक से सहमी बच्ची को पैनिक अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई. बच्ची दूसरी क्लास की छात्रा थी. उस पर कुत्तों ने हमला कर दिया था.
इसी वजह से वह इतनी डर गई थी कि उसकी पैनिक अटैक से मौत हो गई. पीड़ित परिवार ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. कहा कि कई बार इलाके के लोगों ने डॉग अटैक की शिकायत भी की थी. लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. उनकी बेटी पर भी कुत्तों ने हमला किया था. बच्ची को इसी कारण पैनिक अटैक आ गया और सदमे से उसकी मौत हो गई.
बता दें, आवारा कुत्तों से इन दिनों चंडीगढ़ के लोग काफी ज्यादा परेशान हैं. हाल ही में कुत्तों ने 10 लोगों को अपना शिकार बना लिया है. जिसके बाद लोगों ने नगर निगम पर सवाल उठाए. चंडीगढ़ के सेक्टर 35 में पिछले 8 दिनों में लावारिस कुत्तों ने 10 लोगों को निशाना बनाया है. इसके बावजूद भी नगर निगम ने डॉग्स पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की.
कुत्तों को पकड़ने के लिए टीम जरूर बनाई गई है लेकिन लोगों का आरोप है कि वो बस सेक्टर का चक्कर काटकर चली जाती है. 8 दिन पहले एक महिला लेक्चरर को रास्ते पर जाते वक्त कुत्ते ने पकड़ लिया. लोगों ने उन्हें छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन कुत्ता उन्हें छोड़ने को तैयार ही नहीं था. बड़ी मुश्किल से उसने लेक्चरर को छोड़ा.
उनके मुताबिक, कुत्ते के दांत उनके पैर में एक से डेढ़ इंच तक अंदर घुस गए थे. इस दौरान काफी ज्यादा खून भी बह गया. वहीं, अगले दिन महिला लेक्चरर का भाई जब उनसे मिलने के लिए पहुंचा तो उस पर भी कुत्ते ने हमला कर दिया. इसके साथ ही 35-डी के ही रहने वाले एक जिला अटॉर्नी एडवोकेट को भी सैर करते वक्त कुत्ते ने पीछे से हमला कर दिया. कुत्ते ने पीछे से उनके पैर को पकड़ लिया, ऐसे में जब एडवोकेट ने कुत्ते को गर्दन से पकड़ा तब जाकर कुत्ते ने उनके पैर को छोड़ा.