इजराइल हमास जंग को शुरू हुए तीन महीन होने को है मगर अब तक शांति और स्थिरता की कोई उम्मीद दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही. संघर्षविराम से जो उम्मीद कुछ हलकों में बनी थी, वह भी समय के साथ मुरझा गई. रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरूआत को दो साल होने को है, ऐसें में लोगों के मन में ये सवाल है कि कहीं गाजा पर जारी इजराइली हमला भी तो लंबा नहीं चलेगा. आधिकारिक तौर पर इस सिलसिले में इजराइल का अब भी यही कहना है कि वह हमास के खात्मे तक ये जंग लड़ेगा लेकिन इजराइल के वित्त मंत्रालय का बजट अनुमान इस हवाले से कुछ और इशारा करता है.
इजराइली फाइनेंस मिनिस्ट्री की मानें तो अगले साल फरवरी तक ही हमास के खिलाफ इजराइली ऑपरेशन चलने की उम्मीद है. 2024 में इजराइल को गाजा पर अपने सैन्य अभियान जारी रखने के लिए करीब 50 बिलियन शेकेल यानी 14 बिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च करना पड़ेगा. इससे इजराइल का बजट घाटा तीन गुना तक पहुंच सकता है. इनमें से करीब 30 बिलियन शेकेल सुरक्षा के मद में खर्च होगा तो बाकी के 20 बिलियन शेकेल नागरिकों से जुडे़ दूसरे खाते में खर्च होना है. इजराइल का अनुमान था कि 2024 में बजट घाटा 2.25 फीसदी रहेगा पर यह जीडीपी के 5.9 फीसदी को जाता हुआ दिख रहा है.
जंग मार्च से पहले हो जाएगा खत्म
इजराइली वित्त मंत्रालय का मानना है कि बजट को व्यवस्थित रखने के लिए या तो इजराइल को दूसरे खर्चों को कम करना होगा या फिर राजस्व बढ़ाना होगा. इजराइली मिनिस्ट्री में डेप्युटी बजट कमिश्नर इटाइ टेमकिन का कहना है कि गाजा में जारी इजराइली कार्रवाई मार्च तक खींचने की उम्मीद न के बराबर है. इजराइली संसद ने एक विशेष बजट को इसी महीने मंजूरी दी है जिसके मुताबिक करीब 30 बिलियन शेकेल के वॉर बजट का प्रावधान किया गया है. इस पैसे का इस्तेमाल जंग के लिए किया जा रहा है. साथ ही वैसे परिवार और लोग जिनको 7 अक्टूबर के हमास के जंग में क्षति पहुंची थी या फिर जिन्होंने अपने परिचितों को खोया था, 30 बिलियन शेकेल के बजट का इस्तेमाल उनको मुआवजा देने के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा रहा है.