मैनहट्टन सुप्रीम कोर्ट पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ धोखाधड़ी मामले में अपना फैसला सुनाएगा. इसमें 250 मिलियन डॉलर का जुर्माना और ट्रम्प संगठन पर न्यूयॉर्क में व्यापार करने पर प्रतिबंध भी लग सकता है. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति न्यूयॉर्क में एक धोखाधड़ी मुकदमे में उलझे हुए हैं, जिसके संभावित परिणाम उनके व्यापारिक और वित्तीय स्थिति पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं.
मैनहट्टन सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति आर्थर एंगोरोन धोखाधड़ी मामले में फैसला सुनाएंगे, जिसमें ट्रम्प पर 250 मिलियन डॉलर का जुर्माना और उनके संगठन पर न्यूयॉर्क में व्यापार करने पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है. एंगोरोन ने कहा कि उन्हें जनवरी के अंत तक मामले पर फैसला आने की उम्मीद है.
ट्रम्प के खिलाफ कई गंभीर आरोप
ट्रम्प के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगे हैं, जिसमें अधिक फेवरेबल लोन और बीमा शर्तों को सुरक्षित करने के लिए अपनी संपत्ति के मूल्य को बढ़ाना शामिल है. न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स द्वारा सामने लाए गए इस मामले में ट्रम्प के दो सबसे बड़े बेटे, एरिक और डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर भी शामिल हैं. यह मुकदमा 2 अक्टूबर 2023को शुरू हुआ था, जिस पर दिसंबर में सुनवाई रुक गई थी. वहीं अब इस महीने ये अंतिम बहस के लिए फिर से शुरू होने वाला है.
250 मिलियन डॉलर का जुर्माना
एंगोरोन ने पहले ही निर्धारित कर दिया है कि ट्रम्प ने धोखाधड़ी की है, लेकिन दंड की सीमा पर निर्णय नहीं लिया गया है. कानूनी विशेषज्ञों का अनुमान है कि न्यायाधीश या तो पूरे $250 मिलियन का जुर्माना लगा सकते हैं या वित्तीय दावों को पूरी तरह से खारिज कर सकते हैं.