केंद्र सरकार के नए मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में मध्य प्रदेश और राजस्थान के ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल का आज दूसरा दिन है. इस हड़ताल में आज कई अन्य राज्यों के ट्रक ऑपरेटर भी जा सकते हैं. इससे संबंधित राज्यों में जरूरी सेवाएं भी प्रभावित होने की आशंका है. यह ट्रक ऑपरेटर एक्सिडेंट में हुई मौत के मामले में ड्राइवर के खिलाफ 10 साल की सजा के प्रावधान के खिलाफ हड़ताल पर गए हैं. इस हड़ताल के चलते मध्य प्रदेश के कई पेट्रोल पंपों पर स्टाक खत्म हो चुका है.
आशंका है कि हड़ताल जारी रही तो दूध की भी किल्लत हो सकती है. बता दें कि सड़क हादसों और इसमें होने वाली मौतों में कमी लाने के लिए भारत सरकार ने एमवी एक्ट (मोटर व्हीकल एक्ट) में संशोधन प्रस्ताव पेश किया है. इस कानून में व्यवस्था दी गई है कि सड़क हादसे में वाहन चालक को को रियायत नहीं दी जा सकती. खासतौर पर उस समय जब ड्राइवर एक्सिडेंट के बाद भाग जाते हैं तो उनके लिए 10 साल की सजा का प्रावधान किया गया है.
भोपाल में थम गए वाहनों के पहिए
इसी प्रावधान के विरोध में बसों और ट्रकों के पहिये थम गए हैं. सोमवार को भोपाल में ड्राइवर एसोसिएशन ने जोरदार प्रदर्शन किया. कई जगह बसों को रोक दिया गया, वहीं कई जगह बसों को गैराज से बाहर ही नहीं निकलने दिया गया. इस हड़ताल में बस और ट्रक ऑपरेटरों के साथ टैक्सी, बस व अन्य ट्रांसपोर्टर भी शामिल हो गए हैं. मंगलवार को गुजरात और राजस्थान में भी इस हड़ताल का असर देखा जा रहा है.
नागपुर में पेट्रोल के लिए लगी कतार
आशंका है कि आज उत्तर प्रदेश, बिहार से लेकर महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश तक हड़ताल का असर हो सकता है. अब तक प्राप्त इनपुट के मुताबिक गुजरात के अलावा मुंबई में कई जगह हड़ताल और धरना प्रदर्शन शुरू हो चुका है. नवी मुंबई में तो बस ट्रक ऑपरेटर ने सड़कों पर जाम भी लगाया. इससे बड़ी संख्या में लोग सड़क पर फंसे रह गए. उधर, नागपुर में कई पेट्रोल पंपों पर डीजल और पेट्रोल का स्टॉक खत्म हो गया. इसके चलते बाकी पंपों पर वाहन चालकों की लंबी कतार लग गई.