अलीगढ़ के बारहद्वारी इलाके में नगर निगम द्वारा अलीगढ़ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का निर्माण किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत एक कॉम्प्लेक्स भी बनाया जा रहा है. इसके चारों ओर तकरीबन 99 दुकान हैं. अपने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए नगर निगम अब इन सभी दुकानों को तुड़वा रही है जिसका विरोध दुकानदार कर रहे हैं. इसी को लेकर 99 दुकानदारों ने दुकान तोड़ना का विरोध करते हुए धमकी दी है कि वह सामूहिक रूप से आत्मदाह कर लेंगे.वहीं इस मामले में नगर निगम की तरफ से अभी व्यापारियों को तीन दिन का आखिरी अल्टीमेटम दिया गया है. व्यापारियों ने जानकारी देते हुए बताया है अलीगढ़ के बन्ना देवी क्षेत्र के बारहद्वारी स्थित नगर निगम की 99 दुकानें बनी हुई थी. व्यापारियों को लगभग 80 साल पहले यह दुकान आवंटित की गई थी. लेकिन दुकानों के पीछे अलीगढ़ के स्मार्ट सिटी कंपलेक्स बनने के बाद नगर निगम इन दुकानों को तोड़ने का दबाव बना रही है.
दुकानदारों का कहना है कि वह इतनी भीषण ठंड में अपनी दुकान व उसमें रखे माल को दुकान पर टेंट लगा कर रख रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि उनके पास कोर्ट का आदेश भी है लेकिन बावजूद इसके, नगर निगम हम पर दबाव बना रहा है जिससे मजबूर होकर हम लोग दिन रात अपनी दुकानों के बाहर टेंट लगाकर रह रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि इन दुकान की वजह से ही उनका परिवार पल रहा है. उन्होंने कहा कि अगर नगर निगम में हमें उचित मुआवजा या कॉम्प्लेक्स में दुकान नहीं दी तो हम समस्त व्यापारी सामूहिक रूप से आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाएंगे.
पहले ही दिया जा चुका है नोटिस – नगर निगम
व्यापारी सुमित थापर ने बताया कि नगर निगम के द्वारा तीन दिन का आखिरी अल्टीमेटम दिया गया है, लेकिन हमारे घर के खर्चे कैसे चलेंगे? हमने जो दुकान के समान पर लोन ले रखा है उसकी क़िस्त हम कैसे जमा करेंगे? कल को हमको दुकान मिलेगी या नहीं मिलेगी, ग्राहक अंदर आएगा या नहीं आएगा, किसी को नहीं पता. हमारे बैंकों की किस्त व खर्च इन्हीं दुकानों की वजह से चल रहे हैं. बच्चों की फीस भी हम कहां से जमा करेंगे इसका कोई भी जवाब नहीं है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि पहले हमको कोई सब्सीट्यूट दिया जाए तभी हम दुकान खाली करेंगे.
वहीं, नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त टीपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इन व्यापारियों को हमने यह दुकान किराये पर दे रखी थी. नगर निगम ने साल 2019 से किराया लेना बंद कर दिया था. नगर निगम ने उनको पहले ही नोटिस दे रखा था उसके बाद भी व्यापारी गढ़ दुकानों को खाली नहीं कर रहे.