डीआरडीओ ने शुक्रवार को नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल (AKASH-NG) का परीक्षण किया. परीक्षण सुबह 10.30 बजे ओडिशा इंटीग्रेटिड टेस्ट रेंज चांदीपुर में किया गया. टेस्टिंग के दौरान टार्गेट को सफलता पूर्वक नष्ट किया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आकाश मिसाइल की सफल टेस्टिंग के लिए DRDO और इंडियन एयरफोर्स को बधाई दी. यह मिसाइल दुश्मनों के लिए काल बनेगी और वायु सेना की ताकत को बढ़ाएगी. खास बात है कि इसकी टेस्टिंग में स्वदेशी रूप से तैयार किए गए आरएफ सीकर, लॉन्चर, मल्टी-फंक्शन रडार और कमांड सिस्टम का इस्तेमाल किया गया. आइए जानते हैं कि आकाश-NG मिसाइल कितनी पावरफुल है.

जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल

जमीन से हवा में मार करने वाली आकाश-एनजी मिसाइल की रेंज 40 से 80 किलाेमीटर तक है. इसमें खास तरह के डुअल पल्स सॉलिड रॉकेट मोटर का इस्तेमाल किया गया है जो इसकी स्पीड को बढ़ाता है. खास बात है कि इसे मोबाइल प्लेटफॉर्म से लॉन्च कर सकते हैं. 19 फीट लम्बी यह मिसाइल अपने साथ 60 किलो वजन के हथियार ले जा सकती है.

720 किलो वजन वाली इस मिसाइल में एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे मल्टी फंक्शन राडार लगा है, जो दुश्मन की मिसाइलों और विमान को भी स्कैन कर सकता है. इसकी एक और खासियत है. मिसाइल की गति इतनी मारक है कि दुश्मन को बचने का मौका तक नहीं देती. यह 3087 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दुश्मन की तरफ बढ़ते हुए उसे निशाना बनाती है. इस मिसाइल का पुराना वैरिएंट्स 2009 से भारतीय सेना का हिस्सा है.