इन दिनों पीएम मोदी के एक पोस्ट के बाद से मालदीव और भारत के बीच दरार आगयी है जो की अब और बढ़ रही है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे को लेकर मालदीव के मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों के जरिए की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर माहौल गरमाया हुआ है. मालदीव के बायकॉट को लेकर चल रही मांग के बीच भारतीय ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip ने गुरुवार (11 जनवरी) को दोहराया कि वह 8 जनवरी से मालदीव के लिए अपने प्लेटफॉर्म के जरिए की जाने वाली सभी बुकिंग को सस्पेंड करने के फैसले पर कायम है.

जानिए कंपनी ने क्या कहा?

‘नेशन फर्स्ट, बिजनेस लेटर’ नाम के एक ऑफिशियल रिलीज में ट्रैवल कंपनी ने कहा, ‘हम भारत के खूबसूरत तटों पर बहुत गर्व है. हमारे देश में 7500 किलोमीटर लंबी तटरेखा है, जिसमें लक्षद्वीप, अंडमान, गोवा, केरल जैसी शानदार जगहें शामिल हैं.’ कंपनी ने आगे कहा, ‘हमने मालदीव के कई मंत्रियों के जरिए भारत, भारतीयों और हमारे माननीय प्रधानमंत्री के बारे में हाल ही में की गई अनुचित और अकारण टिप्पणियों के जवाब में ये रुख अपनाया है.’ EaseMyTrip ने कहा, ‘8 जनवरी से हमने मालदीव की सभी ट्रैवल बुकिंग अनिश्चित काल के लिए सस्पेंड कर दी है. हमारे लिए देश मुनाफा कमाने से ऊपर है. सोशल मीडिया पर आपका सपोर्ट देश के प्रति हमारे साझा प्रेम को दिखाता है. आइए इस सफर में एकजुट रहें.’ EaseMyTrip उन कंपनियों में शामिल है, जिसने लक्षद्वीप को लेकर हुए विवाद के बाद तुरंत मालदीव के लिए बुकिंग सस्पेंड करने का ऐलान किया था. इसकी सराहना भी की गई थी.

दरअसल, लक्षद्वीप उस वक्त स्पॉटलाइट में आया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी के पहले हफ्ते में केंद्रशासित प्रदेश के दौरे के दौरान क्लिक की गईं तस्वीरों को शेयर किया. उन्होंने यहां टूरिज्म को बढ़ावा देने की बात की. सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा होने लगी कि लोगों को लक्षद्वीप में घूमने जाना चाहिए. कुछ लोगों ने केंद्रशासित प्रदेश के खूबसूरत तटों की तुलना मालदीव के तटों से कर दी. इसके चलते मालदीव के कुछ नेताओं को मिर्ची लग गई.