टीएमसी की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा से उनका सरकारी बंगला खाली कराने के लिए टीम को भेजा गया है, उन्हें इस बारे में नोटिस दिया गया था, लेकिन समय रहने टीएमसी नेता ने बंगला नहीं छोड़ा गया, इसके बाद टीम भेजने का फैसला लिया गया, पिछले महीने ही महुआम मोइत्रा को संसद में कैश के बदले सवाल पूछने के आरोपों में सदन से बर्खास्त कर दिया गया था, इसके बाद उन्हें आदेश मिला था कि वह सरकारी आवास को भी छोड़ दें, हालांकि महुआ मोइत्रा ने इस पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया था, अंत में अब उनसे जबरन ही आवास खाली कराने का फैसला लिया गया है।
निष्कासित लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा को इससे एक रोज पहले 18 जनवरी, 2024 को बंगला खाली करने के नोटिस के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट का रुख करने के मामले में अदालत से राहत नहीं मिली. कोर्ट ने उनको सरकारी आवास खाली करने के लिए जारी नोटिस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था.
सुनवाई के दौरान जस्टिस गिरीश कठपालिया बोले थे कि कोर्ट के सामने किसी खास नियम का जिक्र नहीं किया गया है जो सदस्यता रद्द होने पर सांसदों को सरकारी आवास से बेदखल करने से जुड़ा हो.