प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अयोध्या में बन रहे भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का उद्घाटन करेंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में पीएम मोदी यजमान होंगे, लेकिन उससे पहले 11 दिनों तक अनुष्ठान के दौरान रामायण की कहानी से जुड़े देश के 6 बड़े मंदिरों के दर्शन करने के बाद आज अयोध्या पहुंचेंगे. पीएम मोदी के दक्षिण भारत में विभिन्न मंदिरों में पूजा-पाठ के अनुष्ठान को जब रामलला के श्री जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर से जोड़कर देखते हैं तो दक्षिण से राम नगरी अयोध्या की यात्रा बहुत कुछ बयां कर रही है.
प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में जिस तरह की तैयारियां की गई हैं, उसको देखते हुए इस अनुष्ठान के जरिए पीएम मोदी सरयू तट से सांस्कृतिक पुनर्जागरण का शंखनाद करने के साथ-साथ इसे 2024 के लोकसभा चुनाव का आगाज भी माना जा रहा है. हालांकि, भगवान राम का राज्याभिषेक तो तभी हुआ था जब उन्होंने रावण वध के बाद दक्षिण से उत्तर की यात्रा की थी. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी ने भी दक्षिण भारत के विभिन्न मंदिरों में पूजा-पाठ कर सियासी संदेश देने के साथ-साथ रामलला को उत्तर के साथ दक्षिण से जोड़ने की कोशिश के तहत देखा जा रहा.
देशभर में राममय माहौल
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम नरेंद्र मोदी 11 दिनों का अनुष्ठान करने के बाद सोमवार 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे. 12 से 22 जनवरी तक चलने वाले अनुष्ठान का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यम नियमों का पूरी तरह से पालन किया है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की वजह से देशभर में माहौल राममय हो चुका है और पीएम मोदी ने दक्षिण के दौरा करके भविष्य के लिए मजबूत सियासी आधार भी रख दिया है.