अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में शास्त्रीय परंपरा के अनुरूप आज यानी 26 जनवरी 2024 से राग सेवा का आयोजन किया जाएगा. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने X हैंडल पर जानकारी शेयर की. इसने ट्विटर पर लिखा, ‘शास्त्रीय परंपरा के अनुरूप, 26 जनवरी 2024 से, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में राग सेवा का आयोजन किया जाएगा. यह आयोजन भगवान के समक्ष गुडी मंडप में किया जाएगा, जिसमें देश भर के विभिन्न प्रांतों और कला परंपराओ के 100 से अधिक सुप्रसिद्ध कलाकार अगले 45 दिनों तक भगवान श्री रामलला सरकार के श्रीचरणों में अपनी राग सेवा अर्पित करेंगे. न्यास की ओर से इस कार्यक्रम के कल्पनाकर और संयोजक यतींद्र मिश्र हैं.
राम मंदिर ट्रस्ट चला रहा 40 से 45 भंडारे
बता दें कि अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हुई थी. इसके अगले दिन पांच लाख से ज्यादा भक्तों ने रामलला के दर्शन किए. भक्तों का सैलाब थमने का नाम नहीं ले रहा है. आलम यह हो गया है कि प्रशासन को अयोध्या आने वाले वाहनों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगानी पड़ी है. ऐसे में राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से कोशिश की जा रही है कि अयोध्या धाम आने वाला कोई भी भक्त भूखा नहीं रहे.
Join DV News Live on Telegram
राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 40 से 45 भंडारे आयोजित किए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि हर आधे किलोमीटर पर भंडार किया जा रहा है, जिसका पूरा बजट और सामान ट्रस्ट उपलब्ध करवाता है. कोशिश यह है कि अयोध्या आने वाला कोई श्रद्धालू भूख नहीं रहे. इसके लिए ट्रस्ट का गोदाम भंडारण भी भर गया है. जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट अपनी तरफ से 40 से 45 भंडारे का आयोजन अयोध्या में कर रहा है. इसमें साउथ इंडियन से लेकर पूर्वांचल तक और पश्चिमांचल से लेकर उत्तरांचल तक का भोजन भक्तों को परोसा जा रहा है.
भंडारे का आयोजन के लिए गोदाम में गुड, घी, बाजरा, गेहूं, दाल, अनाज सभी तरह का रखा हुआ है. भंडारण पूरी तरह से भरा हुआ है. भंडारे के लिए पर्याप्त भंडारण है. पानी की बोतल का रखने की जगह न होने कर इसको खुले में रखा गया है. विश्व हिंदू परिषद के नेशनल सेक्रेटरी राजेंद्र सिंह पंकज के मुताबिक, हजारों लोग स्वयंसेवक के रूप में काम कर रहे हैं.