22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद अब पूरी दुनिया में भगवान राम का बोल बाला है, हर तरफ सिर्फ अयोध्या मंदिर में बिराजमान हुए रामलला की बाते हो रही है, वहीँ अब भारत के साथ-साथ यूएई में भी राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का क्रायक्रम संपन्न हुआ है.

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धबी में बने पहले हिंदू मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को मंदिर की पहली संध्या आरती में शामिल होंगे. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश से बाहर एक बार फिर एक बड़े हिंदू मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हुआ. अबू धाबी में 700 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बने इस मंदिर का भारतीय समयानुसार सुबह 8.45 बजे से सुबह 10 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुष्ठान किया गया.

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विधि विधान से हुई प्राण प्रतिष्ठा

मध्य पूर्व में पारंपरिक हिंदू वास्तुकला शैली में यह पहला पाषण निर्मित मंदिर है, जिसका निर्माण बीएपीएस संस्था द्वारा किया गया है. इसी बीच विधि विधान से मंदिर में देवी देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा हुई की गई. यह मंदिर अपनी भव्यता से दुनियाभर के लोगों को आकर्षित कर रहा है. 27 एकड़ में बना 108 फुट ऊंचा यह मंदिर वास्तुशिल्प का चमत्कार माना जा रहा है. मंदिर प्रबंधन के मुताबिक मंदिर के दोनों किनारों पर गंगा और यमुना नदी का पवित्र जल बहता है, जो विशाल कंटेनरों में भारत से लाया गया था.

मंदिर यूएई की राजधानी अबू धाबी में ‘अल वाकबा’ नाम की जगह पर बनाया गया है. मंदिर को बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था यानी BAPS ने बनाया है. इसकी लागत 700 करोड़ रुपए आई है.