प्रजापिता ब्रह्माकुमारी का उद्देश्य स्वस्थ और खुशहाल और स्वर्णिम समाज बनाना है
गुरूवार को स्थानीय रसूलिया स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्थान में दिव्य समर्पण समारोह का आयोजन किया जाना है इसको लेकर संस्था में मीडिया से चर्चा करते हुए राज योगिनी ब्रह्माकुमारी शारदा दीदी राष्ट्रीय संयुक्त का महिला प्रभाग एवं राजयोगिनी ब्रह्म कुमारी अवधेश दीदी क्षेत्रीय निर्देशिका भोपाल जोन ने स्थानीय पत्रकारों से कार्यक्रम के विषय में चर्चा की गई, उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान अलौकिक समर्पण समारोह में भगवान शिव के साथ विवाह कराया जाएगा, सात फेरे लेकर सात वचन लिए जाएंगे, संस्थान से गाजे बाजे के साथ शिव बारात निकाली जाएगी, यह जानकारी गुरुवार को पत्रकार वार्ता में रसूलिया स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्थान में दीदी ब्रह्मकुमारी बीके रानी ने दी।
उन्होंने कहा कि समाज को जागृत करने, वर्तमान दशा सुधारने और लोगों की सेवा करने के लिए 86 साल पहले प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आश्रम की स्थापना हुई थी, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी का उद्देश्य स्वस्थ और खुशहाल और स्वर्णिम समाज बनाना है, हमें जीवन में शांति और खुशहाली लाना है, इसी उद्देश्य से संस्था सेवा करता है, पूरे ऑर्गेनाइजेशन में मातृशक्ति काम कर रही है,नर को नारायण और नारी को लक्ष्मी बनाना ही संस्था का मुख्य उद्देश्य है, उन्होंने कहा कि विचारों में परिवर्तन लाने का काम प्रजापति ब्रह्माकुमारी करता है।
निकलेगी भव्य शिव बारात, पहुंचेगी गार्डन
उन्होंने पत्रकारों बताया कि दो बहनों का समर्पण समारोह हो रहा है, शुक्रवार को नमन नर्मदा गार्डन में समारोह का आयोजन शाम को होगा, संस्थान से 3 बजे शिव बारात निकलेगी और माउंट आबू से इस कार्यक्रम में राजयोगिनी शारदा दीदी भी पहुंचेंगी, वहीं अवधेश दीदी भोपाल से पहुंच रही हैं, परिवार वालों के सामने बहनों के समर्पण कार्यक्रम होगा, इस दौरान सांस्कृतिक, समर्पण गीत और रंगारंग कार्यक्रम होंगे, शिव जी के साथ यह बहनें सात फेरे लेंगी, सात वचनों और संकल्प के साथ फेरे लिए जाएंगे इस मौके पर सुनीता बहन ने कहा कि यह दिव्य आयोजन होगा।
ईश्वर हमें दर्पण बना देता है तब हम समर्पित हो जाते हैं- सुनीता
ईश्वर हमें दर्पण बना देता है, तब हम समर्पित हो जाते हैं, ईश्वरीय कार्य के लिए दुनिया में हम आए हैं, ईश्वर की सेवा करें यह हमें सौभाग्य मिला है, कार्यक्रम का उद्देश्य है कि समाज में टेंशन, परेशानी, मन अशांत हो तो जीवन को कैसे खुशहाल बनाएं यही इसका उद्देश्य है, इस संस्थान में मेडिटेशन कराया जाता है इसमें जाति, आयु, वर्ग नहीं देखा जाता, विद्यालय में सभी लोग मेडिटेशन करते हैं और अपने जीवन में परिवर्तन लाते हैं, यह बात संस्था की प्रमुख दीदी बीके सुनीता ने कहीं।