MP News: उज्जैन के खाचरौद जनपद पंचायत की रींगनीया के सहायक सचिव महेन्द्र प्रतापसिंह एक बार फिर सुर्खियों में आगए है पूर्व में भी बीना कार्य किए भ्रष्टाचार कर शमशान की राशि आहरण में सिईओ उदय प्रताप सिंह ने निलंबित किया था.
इस बार फिर अपने अहम मे डुबे सहायक सचिव महेंद्र प्रताप पर महिला सरपंच श्यामुबाई ने आरोप लगाया कि मेरे हाथों से रजिस्टर उठाकर ठहराव प्रस्ताव व एजेन्डे को फाड़ दीया तथा मुझ महिला सरपंच के साथ अभद्र व्यवहार किया।
ग्राम पंचायत रिंगनिया की सरपंच श्यामुबाई पति नारायण किर ने जनपद कार्यलय, एसडीएम ओर थाना प्रभारी को लीखीत शिकायत कर बताया कि जनपद पंचायत खाचरौद की महिला सरपंच हूं। ग्राम पंचायत रिंगनिया के मंत्री सुशील चतुर्वेदी के कार्यप्रणाली से ग्रामवासीयों की नाराजगी के चलते उनके स्थान्तरण की बात को ठहराव प्रस्ताव में लीया था.
ठहराव प्रस्ताव कर 4 दिन पूर्व को गावं में एजेन्डा घुमाया था तथा 9 जुलाई 2024 विशेष ग्रामसभा आयोजित की ग्राम वासियों द्वारा सचीव को हटाने की मांग रखी थी मीटिंग में सरपंच, महिला पंच और सहायक सचिव महेन्द्र प्रताप सिंह पंचायत के अंदर बैठे थे तथा बाकी सदस्य बाहर पेड़ की छांव में बैठे हुए थे, सहायक सचिव महेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा मेरे हाथो से रजिस्टर लेकर रजिस्टर में से मंत्री को हटाये जाने संबंधी एजेंडे को फाड़ दिया जिस पर मुझ प्रार्थीया द्वारा विरोध किया तो उसके द्वारा मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया.
मामले में मोबाइल चर्चा में कहा कि सिईओ आफिसर सिंह गुर्जर ने मामले को गम्भीर बताते हुए कहा कि यदि सहायक सचिव के द्वारा कृत्य किया गया है तो अमानवीय है, शीघ्र ही जांच दल बनाकर पुरे मामले की जांच की जाएगी दोषी पाए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी..