US President Election: फिलहाल ये तो साफ है कि जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं होंगे. क्योंकि 21 जुलाई को भारतीय समयानुसार रात करीब 11 बजे जो बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से अपना नाम वापिस ले लिया है, बता दें की पार्टी लगातार बाइडेन पर दावेदारी वापस लेने के लिए दबाव बना रही थी, उन्होंने 28 जून की प्रेसिडेंशियल डिबेट हारने के करीब एक महीने बाद ये फैसला लिया।

अब रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती मिलेगी अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से, जिन्हें जो बाइडेन ने भी सपोर्ट कर दिया है. ये तो सब जानते हैं की कमला हैरिस का भारत से पुराना नाता है. फिलहाल ट्रंप के नाम वापिस लेने के बाद ये सब जान चुके हैं की राष्ट्रपति कौन बनने वाला है, बाइडेन ने उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट के तौर पर चुना है हालांकि, अभी कमला के नाम पर पार्टी की मुहर लगनी बाकी है।

बात करें कमला की उम्र की तो कमला उम्र में बाइडेन से 22 साल छोटी हैं, और इतना ही नहीं विपक्ष के हमलों का जवाब देने में माहिर हैं, ब्लैक वोटर्स से लेकर महिलाओं तक में उनकी पैठ है.

कौन होगा अगला राष्ट्रपति

डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि अगर कमला हैरिस 5 नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनती हैं, तो वह उन्हें आसानी से हरा देंगे, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि कमला हैरिस के आने से वो दौड़ बदल गई है, जिसमें ट्रंप आगे निकलते नजर आ रहे थे. डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बिडेन के दौड़ से बाहर होने और अपने उपाध्यक्ष हैरिस को समर्थन देने के अचानक फैसले ने उस चुनाव को उलट दिया है.

डेमोक्रेटिक पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि कैसे आगे बढ़ना है, और अभी तक इसकी कोई गारंटी नहीं है कि बाइडेन के समर्थन के बावजूद हैरिस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उभरेंगे. राजनीतिक रणनीतिकारों ने कहा कि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में हैरिस शायद अप्रत्याशित तरीकों से दौड़ में बदलाव लाएंगी.