Monkeypox Virus: कोरोना महामारी के सदमे से अभी दुनिया पूरी तरह उबर भी नहीं पाई है कि एक नई चुनौती सामने आ गई है. अब और नई खतरनाक बीमारी ने सभी की चिंता बढ़ा दी है.

मंकीपॉक्स नामक एक वायरस है जिसने अफ्रीका में तबाही मचाई है, वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को दो वर्षों में दूसरी बार एमपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है, यह घोषणा डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में वायरल संक्रमण के प्रकोप के बाद की गई है जो पड़ोसी देशों में भी फैल गया है।

दुनियाभर में अलर्ट जारी

इस वर्ष इस बीमारी के 17000 से अधिक मामले और 500 से अधिक मौतें हुईं जिनमें अधिकतर कांगो में हैं, अब इस वायरस ने एशिया में भी अपने पैर पसारने लगा है. पाकिस्तान में इस वायरस के पहले मामले की पुष्टि हो चुकी है, जिससे भारत सहित दुनियाभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है.

क्या है ये नई बीमारी?

मंकीपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है जो चूहों और अन्य जानवरों से मनुष्यों में फैलती है. इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मसल्स में दर्द, सूजी हुई लसिका ग्रंथियां और त्वचा पर चकत्ते शामिल है. ज्यादातर मामलों में यह बीमारी खुद ही ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर रूप धारण कर सकती है.

दूसरी बार आपातकाल घोषित

एमपॉक्स बीमारी कांगो के पड़ोसी देशों में भी फैल गया है, बता दें की बीते दो वर्षों में दूसरी बार है जब एमपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है, इससे पहले जुलाई 2022 में एमपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था, यह बीमारी कांगो सहित 13 अफ्रीकी देशों में फैल रही है।

वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य कानून के अंतर्गत बीमारी के प्रकोप को लेकर चेतावनी का उच्च स्तर है, इसकी घोषणा तब की जाती है जब बीमारी नए या असामान्य तरीकों से फैलती हैं.

पाकिस्तान में आया वायरस

पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है. संक्रमित व्यक्ति हाल ही में किसी खाड़ी देश से लौटा था. हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि मंकीपॉक्स के किस वैरिएंट की पुष्टि हुई है. इससे पहले, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में तीन संदिग्ध मामले सामने आए थे, जिनमें से दो की पुष्टि हो चुकी है.

एमपॉक्स का पहला मामला

स्वीडिश स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि स्वीडन का एक व्यक्ति अफ्रीका में रहते हुए हाल ही में क्लेड आइबी प्रकार के एमपॉक्स से संक्रमित हुआ था उसका इलाज चल रहा है, इस बीच रूस में एमपॉक्स की स्थिति निरंतर नियंत्रण में है।