Udaipur Bulldozer Action: एक बार फिर से राजस्थान के उदयपुर में सांप्रदायिक हिंसा हुई. शुकवार को सरकारी स्कूल के दो छात्रों के बीच हुए विवाद ने अब उग्र रूप ले लिया. वर्ग विशेष के छात्र ने दूसरे हाई स्कूल के छात्र को चाकू घोंप दिया. घटना के बाद शहर में आगजनी और तोड़-फोड़ की गई.

प्रशासन की बड़ी कार्यवाही

पुलिस को शहर में फिर से शांति बहाल करने के लिए 1500 पुलिस जवान तैनात करने पड़े. पूरे मामले के बाद शनिवार को आरोपी छात्र के ऊपर प्रशासन ने कार्रवाई की है. अब प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए चाकूबाजी घटना के आरोपी के घर को प्रशासन ने तोड़ दिया है.

बता दें की जिस वक्त बुलडोजर चला, उस वक्त भारी तादाद में पुलिस बल मौजूद रहा. बताया जाता है कि आरोपी का परिवार इस घर में किराए पर रह रहा था. फिलहाल शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है और सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.

नगर निगम की टीम भारी पुलिस फोर्स के साथ आरोपी नाबालिग के घर पहुंची टीम ने आरोपी के घर के अंदर का सारा सामान बाहर निकाल दिया. नगर निगम और वन विभाग ने पहले ही नोटिस दे दिया था. इसके बाद मकान को ध्वस्त कर दिया गया.

छात्र की हालत नाजुक

वहीं चाकूबाजी में घायल हुए छात्र की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है. उसका इलाज डॉक्टरों की निगरानी में किया जा रहा है. जिस अस्पताल में छात्र का इलाज चल रहा है, वहां पर भी बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है.

कैसे शुरू हुआ बवाल?

शुक्रवार को उदयपुर में हुआ बवाल सूरजपोल थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल से शुरू हुआ जहां पर दो समुदाय के छात्र आपस में भिड़ गए. इनमें से एक छात्र ने दूसरे को चाकू मार दिया. चाकू लगने से छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है.

जैसे ही हिंदू संगठनों को इस घटना के बारे में पता चला तो हिंसा और भी भड़क गई. पूरे मामले में पुलिस ने आरोपी नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा है और उसके पिता को भी गिरफ्तार किया गया है. वहीं मोहल्ले में कुछ लोगों ने मकान तोड़ने का विरोध भी किया. इसके बावजूद महज 20 मिनट में मकान को जमींदोज कर दिया गया.

इस घटना को लेकर बताया जाता है कि घटना शुक्रवार को सुबह हुई थी. वहीं, इससे पहले दोनों छात्रों की कुछ दिन पहले बहस भी हुई थी. इसीलिए छात्र शुक्रवार को बैग में चाकू लेकर पहुंचा और दूसरे छात्र पर हमला कर दिया. जैसे ही इस घटना की जानकारी स्कूल स्टाफ को तब लगी, जब क्लास में शोर शुरू हुआ. जिसके बाद आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया.