Shimla Mosque Protest: हिमाचल प्रेदश की राजधानी शिमला में संजौली मस्जिद को लेकर विवाद अब बढ़ता जा रहा है, आज हिंदू संगठनों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन बुलाया और प्रदर्शनकारियों ने इकट्ठा होकर ढली टनल पर लगी बैरिकेडिंग को तोड़ दिया.
हजारों प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के भी पसीने छूट गए. प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा है और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया.
कांग्रेस नेता का बयान
अब इस मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता विक्रमादित्य सिंह का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा है कि सभी को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन कोई ऐसी स्थिति न बने जिससे प्रदेश की शांति खराब हो. प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने नहीं दिया जा सकता है.
धारा 163 लागू
बता दें कि मामले में बीती सुनवाई के बाद अब 5 अक्टूबर की तारीख मिली है. संजौली में शांति व्यवस्था के मद्देनजर पूरे इलाके में बुधवार की सुबह 7 बजे से धारा 163 लागू कर दी गई, जिसके बाद पांच या उससे ज्यादा लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई थी.
वहीं हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि यह अवैध निर्माण का मुद्दा है, इसे मस्जिद विवाद से नहीं जोड़ना चाहिए. नरेश चौहान ने कहा है कि लोगों ने इस मुद्दे को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया है.
शिमला एसपी का बयान
इससे पहले भी हिंदू संगठनों ने बड़े प्रदर्शन का आह्वान किया था. प्रदर्शन को लेकर शिमला एसपी ने कहा था, ‘हमने BNSS 163 के तहत प्रक्रियाओं को लागू किया है. सब कुछ नॉर्मल है और लोग अपने स्कूलों और ऑफिस जा रहे हैं. एहतियात के तौर पर पुलिस तैनात कर दी गई है. हम ड्रोन से भी निगरानी कर रहे हैं. अगर कोई कानून का उल्लंघन करता है तो हम ऐसे लोगों के खिलाफ सबूत जुटाएंगे.