Manipur Rocket Attack: मणिपुर में अब हिंसा इस कदर भड़क चुकी है की इसमें अब एडवांस्ड हथियारों का उपयोग किया जाने लगा है, अब तो हिंसा में इस्तेमाल बम और बंदूक की जगह रॉकेट और ड्रोन ने ले ली है.

कहां से आ रहे हथियार?

अब जिस तरह के हथियारों का उपयोग इस हिंसा में किया जारहा है, वो अब सुरक्षाबलों के साथ-साथ केंद्रीय एजेंसियों के लिए भी बड़ा सवाल बन गए हैं. जांच एजेंसियां इस बात का जवाब तलाशने में जुटी हैं कि आखिर मणिपुर में हाईटेक हथियार आ कहां से रहे हैं.

ऐसे किये थे हमले

बता दें कि 1 सितंबर को संदिग्ध कूकी मिलिटेंट्स ने इम्फाल वेस्ट के गांव कौत्रुक में गोलियां बरसाई थीं और ड्रोन की मदद से ग्रेनेड गिराये थे, जिसमें 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 18 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये, इसके बाद 2 सितम्बर को फिर ड्रोंस का प्रयोग किया गया.

एक साल से भी अधिक समय तक दो समुदायों के बीच हिंसा से जूझ रहा मणिपुर फिर उबल रहा है. सिफ्र सितंबर माह में ही अब तक 9 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. मणिपुर में 3 मई 2023 को जो हिंसा आरंभ हुई थी, वह अभी तक जारी है.

ऐसे शुरू हुई थी हिंसा

बता दें कि ये हिंसा मैतेई और कूकी समुदाय के बीच हो रही है. यह हिंसा हाईकोर्ट के उस फैसले के विरोध में शुरू हुई थी, जिसमें मैतेई समुदाय को जनजाति का दर्जा देने का आदेश राज्य सरकार को दिया था. इसके विरोध में झड़पें हुईं जो सशस्त्र संघर्ष में बदल गईं और इस हिंसा ने ऐसा रूप ले लिया जिससे मणिपुर अभी तक जल रहा है.

फिलहाल एक सवाल बार-बार उठ रहा है कि मणिपुर की हिंसा के पीछे क्या म्यांमार का हाथ है. दरअसल भारत और मणिपुर के बीच तकरीबन डेढ़ हजार किमी की सीमा लगती है. और इस सीमा से आए दिन भारत की सीमा में उग्रवादी हरकतें होती हैं.

वहीं म्यांमार के कई आतंकी गुट हैं जो मणिपुर में हिंसा भड़काते हैं और यहां हथियारों की सप्लाई करते हैं. माना जा रहा है कि इस उग्रवादियों की योजना मणिपुर को भारत से अलग करने की है. खुलेतौर पर वह इस बात का ऐलान भी करते रहे हैं.

म्यांमार ने दिए ड्रोन?

मणिपुर में म्यांमार से हथियार सप्लाई होने का एक लंबा इतिहास रहा है. बता दें पिछले साल मैतई और कूकी समुदाय के बीच भी म्यांमार से बड़ी संख्या में हथियार सप्लाई किए गए थे. पिछले साल राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने इसका खुलासा किया था और इस बात का दावा किया था कि म्यांमार और बांग्लादेश के उग्रवादी मणिपुर में हिंसा को भड़काने के लिए गोला बारूद और हथियार पहुंचा रहे हैं.