Rahul Gandhi Haryana Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अक्सर अपने अलग अंदाज के वजह से सुर्खियों में आ जाते हैं, अब एक बार फिर से राहुल के इसी अंदाज ने सुर्खियां बटोरी है.

दरअसल, हरियाणा में विधानसभा चुनाव हैं. मंगलवार को चुनावी सभाएं करने पहुंचे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के अलग-अलग अंदाज देखने को मिले.

राहुल ने खाई जलेबियां

राहुल ने बहादुरगढ़ में मशहूर पकौड़े खाए. गोहाना में मातूराम हलवाई की दुकान पर बनी फेमस जलेबी का स्वाद लिया और सोनीपत में एक ग्रामीण परिवार के घर भोजन किया.

और इन सबसे हट के मदीना गांव के किसानों ने राहुल गांधी को वो धान का पौधा भी गिफ्ट किया है, जिसे उन्होंने खेतों में खुद रोपा था और ट्रैक्टर चलाया था.

खुद की थी धान की रोपाई

आपको बता दें कि, पिछले सीजन में राहुल गांधी इसी मदीना गांव में धान की रोपाई करने पहुंचे थे. तब भी उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी थी, वहीं तब उन्होंने खेतों में ट्रैक्टर भी चलाया था और किसानों के साथ खेतों में खान की रोपाई की थी.

उनका वीडियो वायरल हुआ था. मंगलवार को राहुल ने हरियाणा चुनाव में बहादुरगढ़, खरखौदा, सोनीपत, गन्नौर और गोहाना विधानसभा क्षेत्र में रोड शो किया.

महिलाओं गाकर किया स्वागत

राहुल गांधी मंगलवार सुबह जब सबसे पहले बहादुरगढ़ पहुंचे. तब वे सीधे पकौड़ा चौक आए. यहां उनका स्वागत किया गया. इस दौरान एक समर्थक ने राहुल को पकौड़े दिए.

वहीं राहुल ने पकौड़े खाए और इनकी तारीख भी की. पकोड़े खाने के बाद वे सोनीपत पहुंच गए. वहां रोड शो किया और गन्नौर के गांव से होकर गुजरे.

फिर राहुल का काफिला बड़वासनी गांव पहुंचा. वहां उन्होंने एक घर में खाना खाया. परिवार की महिलाओं ने राहुल के लिए चूल्हे पर दाल, सूखी सब्जी और रोटियां बनाईं. चटनी तैयार की गई.

किसानों ने चावल भेंट किये

खाने के साथ में राहुल को लस्सी भी परोसी गई. राहुल ने महिलाओं से बात की. उसके बाद वे गोहाना पहुंचे. वहां नई सब्जी मंडी में किसानों ने राहुल को चावल भेंट किया और बताया कि ये आपकी मेहनत का फल है. ये चावल उसी पौध से तैयार हुआ है, जिसे उन्होंने मदीना गांव में लगाया था.

जलेबी के हुए दीवाने

बाद में राहुल को गोहाना की फेमस मातूराम की जलेबी खिलाई गई. राहुल का कहना था कि बहन प्रियंका को मिठाई में जलेबी पसंद है. मुझे दूसरी मिठाई पसंद है. लेकिन जब मैंने ये जलेबी खाई तो यकीनन अपने जीवन में इससे बेहतरीन जलेबी कभी नहीं खाई.