Tata Trusts New Chairman: रतन टाटा के निधन के बाद टाटा ट्रस्ट की कमान किसके हाथ में होगी? इसको लेकर कई सवाल उठे थे, हालांकि, अब रतन टाटा के उत्तराधिकारी की तलाश पूरी हो गई है.
नोएल टाटा बने चेयरमैन
बता दें कि रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है. नोएल टाटा पहले से ही टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं, और उनके नाम पर सभी लोग सहमत थे.
बैठक में लिया फैसला
टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन नोएल टाटा को लेकर शुक्रवार को टाटा ट्रस्ट की अहम बैठक में ये फैसला हुआ है. टाटा ग्रुप की मार्केट में लिस्टेड 29 कंपनियों का बाजार पूंजीकरण करीब 403 अरब डॉलर यानी 39 लाख करोड़ रुपये है.
उत्तराधिकार पर चर्चा करने के लिए टाटा ट्रस्ट की आज मुंबई में बैठक हुई. रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन बनाने पर मुहर लगी.
यह बैठक टाटा संस के पूर्व चेयरमैन और इस परोपकारी संगठन की प्रेरक शक्ति रहे रतन टाटा के 9 अक्टूबर को 86 वर्ष की आयु में निधन के बाद हुई.
राजकीय सम्मान के साथ विदाई
रतन टाटा को 10 अक्टूबर को मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. उन्होंने अपनी मृत्यु से पहले अपने उत्तराधिकारी की नियुक्ति नहीं की थी.
कौन है नोएल टाटा?
वहीं रिश्ते में रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल की कार्यशैली की बात करें, तो वह लाइमलाइट से दूर रहना पसंद करते हैं. वह पिछले 40 साल से टाटा समूह में सक्रिय हैं और समूह की कई कंपनियों में अच्छी खासी हिस्सेदारी रखते हैं.
फिलहाल वे अलग-अलग टाटा ग्रुप की कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं. साथ ही वे टाटा समूह की रिटेल कंपनी ट्रेंट, टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, टाटा इंवेस्टमेंट कॉरपोरेशन के चैयरमैन हैं साथ ही टाटा स्टील और टाइटन के वाइस चैयरमैन हैं.
नोएल क्यों चुने गए चैयरमेन?
रतन टाटा आजीवन अविवाहित रहे और उनका कोई वारिस नहीं है. उनके छोटे भाई जिमी टाटा भी सार्वजनिक जीवन से दूर रहते हैं और मुंबई में एक फ्लैट में रहते हैं. हालांकि, वह भी टाटा समूह में हिस्सेदारी रखते हैं. जिमी ने भी शादी नहीं की है, इसलिए उनका भी कोई वारिस नहीं है.
नोएल टाटा चेयरमैन के पद के लिए सबसे मजबूत उम्मीदवार इसलिए साबित हुए क्योंकि वह समूह की कई कंपनियों में भागीदारी रखते हैं और अन्य सदस्यों की तुलना में अधिक सक्रिय हैं.