Narmadapuram News: नर्मदापुरम के वार्ड नंबर 4 और 5 में ड्रेन लाइन के खराब प्रबंधन और नालियों की नियमित सफाई न होने के कारण नाली का गन्दा पानी सड़क पर बह रहा है, जिससे निवासियों में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में चिंता बढ़ रही है.

नहीं हो रही जल निकासी

बता दें, बंद नालियों से जमा होने वाला रुका हुआ पानी मच्छरों के प्रजनन का आधार बन गया है, नगर पालिका नर्मदापुरम, जो नगरपालिका सेवाओं के लिए जिम्मेदार है, इन क्षेत्रों में जल निकासी व्यवस्था को बनाए रखने में विफल रहने के लिए आलोचनाओं के घेरे में आ गई है.

कई निवासियों की शिकायत है कि नालियों की सफाई कभी-कभार ही की जाती है, जिससे सिस्टम ब्लॉकेज के लिए असुरक्षित हो जाता है, खासकर बरसात के मौसम में जब पानी सड़कों और घरों में घुस जाता है.

बढ़ा डेंगू जैसी बिमारियों का खतरा

वार्ड नंबर 4 के निवासी महीनों से इस मुद्दे को उठा रहे हैं, लेकिन अधिकारियों ने कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है, नालियों का पानी कई दिनों से रुका हुआ है, और अब उन्हें डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के फैलने का डर है.

वार्ड नंबर 5 में भी ऐसी ही समस्या है, नालियों के ओवरफ्लो होने और नालियों की सफाई न होने के कारण वार्ड के कई हिस्सों में पानी जमा हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप मच्छरों की सक्रियता बढ़ गई है और विषैली गंध फैल रही है.

गंदे पानी में पनप रही बीमारियां

चिकित्सा पेशेवरों ने चेतावनी दी है कि ऐसी स्थितियाँ गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती हैं, रुका हुआ पानी मच्छरों के लिए आदर्श प्रजनन स्थल के रूप में कार्य करता है, जिससे बीमारियों के फैलने की संभावना बढ़ जाती है.

स्थानीय अधिकारियों के लिए जल निकासी की समस्या का तुरंत समाधान करना महत्वपूर्ण है. जल संचय का अनुचित प्रबंधन डेंगू जैसी बीमारियों के प्रसार में प्रमुख योगदानकर्ताओं में से एक है.

त्वरित कार्रवाई से कई लोगों को संभावित प्रकोप से बचाया जा सकता है, निवासी नगर पालिका नर्मदापुरम से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, इस बढ़ते स्वास्थ्य जोखिम को रोकने के लिए नगर पालिका और जनता दोनों की ओर से समन्वित प्रतिक्रिया की आवश्यकता है ताकि स्थिति को और खराब होने से रोका जा सके.