BRICS Summit 2024: भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बुधवार को रूस के कजान में आयोजित ब्रिक्स समिट (BRICS Summit) को संबोधित किया. पीएम मोदी ने दुनिया को शांति का संदेश दिया है.

पीएम ने कहा कि आज की बैठक के शानदार आयोजन के लिए मैं राष्ट्रपति पुतिन का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं. मुझे बहुत खुशी है कि आज हम पहली बार विस्तारित ब्रिक्स फैमिली के रूप में मिल रहे हैं.

पीएम मोदी का सन्देश

पीएम ने कहा कि पिछले एक वर्ष में रूस की सफल अध्यक्षता के लिए राष्ट्रपति पुतिन का अभिनंदन करता हूं. दोस्तों, हमारी बैठक एक ऐसे समय में हो रही है. जब विश्व युद्धों, संघर्षों, आर्थिक अनिश्चितता, क्लाइमेट चेंज, आतंकवाद जैसी अनेक चुनौतियों से घिरा हुआ है.

उन्होंने कहा, विश्व में नॉर्थ-साउथ और पूर्व-पश्चिम को तोड़ने की बात हो रही है. महंगाई की रोकथाम, सिक्योरिटी, वाटर सिक्योरिटी, सभी देशों के लिए प्राथमिकता के विषय हैं, ऐसे में ब्रिक्स को लेकर बहुत अपेक्षाएं हैं.

उन्होंने कहा कि ब्रिक्स विभाजनकारी नहीं जनहितकारी है. वैश्विक संस्थाओं में सुधार के लिए आवाज उठानी होगी. हम सुरक्षित समृद्ध भविष्य के लिए सक्षम हैं. इस दौरान पीएम ने आतंकवाद के खिलाफ भी आवाज उठाई.

आतंकवाद पर की बात

पीएम ने कहा कि हमें आतंकवाद और टेरर फंडिंग से मजबूती से लड़ना होगा. हमें युवाओं को कट्टरपंथ की ओर जाने से रोकना होगा. भारत युद्ध नहीं संवाद और कूटनीति का समर्थन करता है.

डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं- मोदी

पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि हम युद्ध नहीं, डायलॉग और डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं. जिस तरह हमने मिलकर कोविड (Covid) जैसी चुनौती को परास्त किया, उसी तरह हम भावी पीढ़ी के सुरक्षित, सशक्त और समृद्ध भविष्य के लिए नए अवसर पैदा करने में पूरी तरह सक्षम हैं.

पीएम ने कहा, ग्लोबल साउथ की आशाओं, अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए. आज ब्रिक्स विश्व को सहयोग की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा दे रहा है. मेरा मानना ​​है कि समावेशी मंच के रूप में ब्रिक्स हर मुद्दे पर सकारात्मक भूमिका निभा सकता है.

दो दिवसीय यात्रा पर पीएम मोदी

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर रूस के कजान शहर पहुंचे थे. इससे पहले पीएम मोदी ने कजान में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी.

दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने द्विपक्षीय वार्ता में भी हिस्सा लिया. इस दौरान भारत-रूस के ऐतिहासिक संबंधों का जिक्र करते हुए पुतिन ने कुछ ऐसा कहा कि प्रधानमंत्री मोदी खिलखिला उठे.