Jaipur News: आपने सुना होगा जब सरकारें बदलती है, तब अपने हिसाब से पहले की सरकार के समय चालू की कई योजनाएं और कार्यक्रम बदल दिए जाते हैं, लेकिन अब जयपुर नगर निगम हेरिटेज ने शहर के कई स्थानों और मार्गों के नाम भी बदल दिए हैं.
जयपुर (Jaipur) के हेरिटेज नगर निगम में कांग्रेस (Congress) के मेयर हटने के बाद BJP ने मुस्लिम नामों से संबंधित इलाकों के नाम बदलना शुरू कर दिया है. BJP के विधायकों के मांग पर हेरिटेज नगर निगम ने 13 प्रस्ताव पारित कर नाम बदले गये हैं.
इन इलाकों के बदले गए नाम
बता दें कि जयपुर के सबसे पुराने और बड़े जनाना अस्पताल का नाम माता यशोदा अस्पताल करने का प्रस्ताव किया गया है. हसनपुरा मार्ग का नाम अब बदलकर हरिपुरा कर दिया है.
जयपुर की सबसे व्यस्त मानी जाने वाली एमआई रोड स्थित पांच बत्ती सर्किल से सिंहद्वार की ओर जाने वाली सड़क का नाम भी माता लीलावती मार्ग रख दिया गया है.
चांदपोल सर्किल का नाम बदलकर महर्षि वाल्मिकी सर्किल कर गया है. गौरतलब है कि जिन इलाकों का नाम बदला गया है उनमें हिंदू और मुसलमान एक साथ रहते हैं. साथ ही मुस्लिम आबादी ज्यादा है.
लंबे समय से की जा रही थी मांग
दरअसल, जयपुर के सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा और हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य राजा महराजाओं के जमाने से चले आ रहे पुराने शहर के मुस्लिम नामों को बदलने की मांग कर रहे थे.
वहीं ये कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां पर अक्सर सांप्रदायिक तनाव रहता है. बता दें जिस तरह से राष्ट्रपति देश के और राज्यपाल राज्य के प्रथम नागरिक होते हैं, उसी तरह निगम के महापौर शहर के प्रथम नागरिक होते हैं.
निगम के पास है ये अधिकार
निगम के पास अधिकार है कि वे अपने हिसाब से स्थान या मार्गों के नाम तय कर सकते हैं, जयपुर नगर निगम हेरिटेड की बैठक में शुक्रवार को जयपुर शहर के कुछ प्रमुख स्थानों के नाम बदल दिए गए.
हालांकि निकाय क्षेत्रों में मार्गों और पार्कों के नामकरण का अधिकार बोर्ड के पास होता है, बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया फैसला मान्य होता है, बैठक में नाम परिवर्तन भी होते रहे हैं, लेकिन चांदपोल सर्किल और जनाना अस्पताल का नाम बदलना अपने आप में ऐतिहासिक है.