Sharad Pawar Retirement Plan From Politics: मराठा राजनीति के चाणक्य शरद पवार ने अब कुछ ऐसे संकेत दे दिए हैं जिनसे ऐसा माना जा रहा है की वे चुनावी राजनीति से संन्यास ले सकते हैं, बारामती दौरे के दौरान उन्होंने कहा है कि मैं कोई चुनाव नहीं लड़ना चाहता, विचार करूंगा कि राज्यसभा में भी जाना है या नहीं.
नई पीढ़ी को मिले मौका- शरद पवार
उन्होंने आगे कहा कि, नई पीढ़ी को सामने लाना चाहिए, नए लोगों को चुनकर राजनीति को देना चाहिए, मैं यह बताना चाहता हूं कि मैं अब सरकार में नहीं हूं मेरे राज्यसभा के कार्यकाल का डेढ़ साल अभी बाकी है.
वहीं अब ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं की शरद पवार ने बारामती में ऐसा इमोशनल कार्ड खेल दिया है, जो की विधानसभा चुनाव में एनसीपी (एसपी) के लिए ‘ब्रह्मास्त्र’ साबित हो सकता है.
भविष्य में नहीं लड़ेंगे चुनाव
बता दें कि 84 साल के शरद पवार ने यह बयान ऐसे समय में दिया है, जब महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियां हैं, पवार ने कहा कि मैं अभी सत्ता में नहीं हूं, राज्यसभा में मेरा कार्यकाल डेढ़ साल बचा है, इसके बाद मैं भविष्य में कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा.
शरद पवार ने बारामती में चुनाव प्रचार करते हुए भविष्य में चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया, उन्होंने जनसभा में मौजूद जनता को 14 बार चुनाव जिताने के लिए धन्यवाद दिया.
शरद पवार के इस भावुक भाषण से बारामती का खेल पलट सकता है, जहां से उनके भतीजे अजित पवार छठी बार मैदान में हैं. अजित पवार का मुकाबला भी भतीजे युगेंद्र पवार से है.
चार बार के मुख्यमंत्री शरद
बता दें, 1967 में कांग्रेस से अपना राजनीतिक सफर करने वाले पवार चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और कई दशक तक केंद्रीय मंत्री रहे। एक दौर में वह प्रधानमंत्री पद के दावेदारों में शुमार भी थे.
वहीं शरद पवार के 84 साल की उम्र में भी राजनीति में सक्रिय रहने पर अकसर सवाल उठते रहे हैं, अजीत पवार तो उनकी उम्र को लेकर उन पर तंज कस चुके हैं, अजीत पवार ने कहा था कि शरद पवार को अब घर बैठना चाहिए संन्यास ले लेना चाहिए, पता नहीं वे यह फैसला कब लेंगे?