Sambhal Jama Masjid controversy: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जिला संभल (Sambhal) जिले में रविवार सुबह से जारी हिंसा आज भी जारी है. बता दें यहां शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ. अब तक 4 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
वहीं संभल में उस समय अराजकता फैल गई, जब कोर्ट के आदेश पर मुगलकालीन जामा मस्जिद के सर्वे की वजह से स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई, इस घटना में अब तक 4 लोगों की मौत हो गई है.
बाहरी लोगों के आने पर रोक
बवाल के बाद कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं. संभल में एक दिसंबर तक बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. आदेश के मुताबिक जिले में बाहरी शख्स, सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधि के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.
प्रशासन ने अतिसंवेदनशील स्थिति को देखते हुए ये कदम उठाया है. बता दें हिंसा के बाद संभल और आसपास में इंटरनेट बंद कर दिया गया है और 12वीं तक के स्कूलों को आज बंद करने का आदेश दिया गया है.
क्यों भड़की मस्जिद को लेकर हिंसा?
मस्जिद पर विवादास्पद कानूनी लड़ाई चल रही है. दावा किया जा रहा है इसे हिंदू मंदिर की जगह पर बनाया गया था. वहीं जानकारी के मुताबिक हिंसा और पथराव के बाद उपद्रवियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी.
हिंसा में चार युवकों की मौत हो गई है और पत्थरबाजी की घटना में 20 पुलिसकर्मी घायल हैं. जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है और साथ ही सभी स्कूल बंद भी किए गए हैं. दो महिलाओं सहित 21 लोग हिरासत में लिए गए हैं. सीसीटीवी के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है.
संभल में पिछले हफ्ते कोर्ट के आदेश के बाद मस्जिद का सर्वे किया गया था.इसके बाद एक याचिका दायर कर दावा किया गया था कि जामा मस्जिद वाली जगह पर पहले हरिहर मंदिर था.रविवार को इस मुद्दे पर हिंसा भड़क उठी.
पुलिस पर किया पथराव
दरअसल रविवार सुबह एडवोकेट कमिश्नर के नेतृत्व में एक टीम जैसे ही सर्वे करने पहुंची, मस्जिद के आसपास भीड़ जमा हो गई और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया. भीड़ ने वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया.
संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. इस घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया. स्थिति को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े गए.