ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना वायरस ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. वहां एक नए ईजी.5.1, जिसे एरिस का उपनाम दिया गया है, ने स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंता से भर दिया है. EG.5.1 वैरिएंट ओमिक्रॉन से पैदा हुआ है. इसे पिछले महीने यूनाइटेड किंगडम में पहली बार डिटेक्ट किया गया था और तब से हर दिन इसके नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं.

समाचार एजेंसी पीटीआई ने इंग्लैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह नया वैरिएंट ईजी.5.1 को पहली बार जून में डिटेक्ट किया गया था और अब यह देश में तेजी से फैल रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (यूकेएचएसए) ने बताया है कि ईजी.5.1 सात नए कोविड केस में एक का कारण बन रहा है. अंतर्राष्ट्र्यी स्तर पर विशेषकर एशिया में बढ़ते मामलों के कारण ब्रिटेन में इसके मामले बढ़ने के बाद 31 जुलाई को इसे एक नए वेरिएंट के रूप में क्लासिफाई किया गया था.

नए वैरिएंट पर हेल्थ एजेंसी अलर्ट

यूकेएचएसए ने कहा कि EG.5.1 वैरिएंट से हमें कितना खतरा हो सकता है इसका संकेत हमें तीन जुलाई 2023 को होराइजन स्कैनिंग के दौरान ही मिल गया था. तब से ही हमने इसकी हर एक गतिविधि पर निगाह बनानी शुरू कर दी थी. यूके डेटा में जीनोम की बढ़ती संख्या और सभी देशों में इसकी बढ़ती रफ्तार की वजह से इसे बाद में 31 जुलाई 2023 को मॉनिटरिंग सिग्नल से बढ़ाकर वैरिएंट V-23JUL-01 कर दिया गया था. इसका नामांकरण करने से हमें इसके लक्षणों और प्रभावों के विस्तृत अध्ययन में मदद मिली है.