कालीचरण महाराज ने कहा है कि हिंदू युवतियों को शिकार बनाने के लिए मुस्लिम लड़के इस्लामिक टोने-टोटके करते हैं। जिहादियों को यह सिखाया जाता है कि अगर वह काफिर (गैर मुस्लिम) की लड़की से संबंध बनाते हैं तो जन्नत नसीब होगी।

उन्होंने लव जिहाद पर एक न्यूज चैनल से बातचीत में रविवार रात को कहा, ‘हिंदुओं को सावधान रहने की जरूरत है।’

संत कालीचरण महाराज ने लव जिहाद की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए तरीका भी बताया है। उन्होंने कहा, ‘लेडी कॉन्स्टेबल की मदद से युवती के शरीर पर बंधे सभी ताबीज और धागे निकलवाएं। सूअर के दांत को पानी में भिगोकर उस पानी को लव जिहाद में फंसी हुई लड़की को पिला दिया जाए। इससे उस युवती या महिला पर किया गया इस्लामिक टोना-टोटका खत्म हो जाएगा।’

उन्होंने यह भी कहा कि वे लव जिहाद की घटनाओं को रोकने और इसमें फंसी हुई लड़कियों को वापस लाने का काम कर रहे हैं। कालीचरण महाराज बोले, ‘मेरे संपर्क में ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने यह प्रयोग सफलतापूर्वक किया है। लड़कियों को भगवान के दर्शन करने के लिए नियमित रूप से मंदिर जाना चाहिए। उन पर किसी भी तरह की बाधा का असर नहीं होगा।’

महाकाल की सवारी में बड़ी संख्या में शामिल हों

कालीचरण महाराज ने कहा कि महाकाल की सवारी रोकने का बयान देने वालों को जवाब देने के लिए हमें बड़ी संख्या में सवारी में शामिल होना चाहिए। जिस तरह कुंभ के मेले में लाखों सनातनी उज्जैन पहुंचते हैं, उसी तरह महाकाल की सवारी में शामिल होने के लिए लोगों को आना चाहिए।

संत कालीचरण महाराष्ट्र के अकोला में रहते हैं। वे पिछले साल उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन्होंने मध्यप्रदेश के एक शिव मंदिर में शिव तांडव स्त्रोत गाया था। उनका ये वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया था। इसे अभिनेता अनुपम खेर ने भी शेयर किया था। कालीचरण खुद को काली माता का भक्त और पुत्र बताते हैं और स्वयं को अगस्त्य मुनि का शिष्य मानते हैं।