पर्यावरण को बचाने के लिए राजस्थान के दो युवा इन दिनों साइकिल से पूरे देश में भ्रमण कर रहे हैं। जिस राज्य में यह दोनों युवा जाते है, वहां ना सिर्फ पौधरोप करते हैं बल्कि लोगों को जागरूक भी करते हैं । साथ ही बताते हैं कि अगर पेड़ लगाएंगे तो ही आगे हमारी जिंदगी है, और यह पृथ्वी बची रहेगी।

राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले इन युवाओं का नाम है दिलीप और विनोद। दिलीप और विनोद प्राइवेट जॉब करते हैं। दिलीप ने मार्च में अपना घर छोड़कर इस यात्रा को शुरू किया था। इस यात्रा का उद्देश है अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए लोगों को जागरूक करना।

दिलीप अब तक 10 से अधिक राज्यों में साइकिल से यात्रा कर चुके है। जबकि उनके साथी , जो दो माह पहले उनके साथ यात्रा में शामिल हुए है। इनके पास रोजमर्रा के जरूरत की चीजें साइकिल में ही मौजूद रहती है।

राजस्थान के अलवर से 11 मार्च को साइकिल से यात्रा करने वाले दिलीप मेघवाल एमएससी तक की पढ़ाई की है। तेजी से कटते पेड़ और खत्म होते जंगल को बचाने के लिए अचानक से उन्होंने प्लान बनाया और निकल पड़े देश भर में पर्यावरण को बचाने का मैसेज देने के लिए। दिलीप जहां भी जाते वहां पेड़ जरूर लगाते है। दिलीप अपने साथी विनोद के साथ मिलकर अभी तक 6 हजार से अधिक पेड़ लगा चुके है। खास बात यह है कि ये लोग सिर्फ छायादार पेड़ ही लगाते है। क्योंकि , फलदार पेड़ जानवर खा जाते है। एमपी की यात्रा के दौरान दिलीप अपने साथी विनोद के साथ जबलपुर पहुंचे। जबलपुर में पुलिस ने दोनों ही युवकों का सम्मान भी किया।

अभी तक 10 से अधिक राज्यों की साइकिल में यात्रा कर चुके दिलीप मेघवाल ने दैनिक भास्कर को बताया कि 11 मार्च को उसने अलवर से यात्रा शुरू की थी। दिलीप ने कहा कि यात्रा का मुख्य उद्देश है कि पर्यावरण को बचाना। यही वजह है कि अभी तक दिलीप और उसके साथी विनोद ने हजारों पौधे लगा चुके है। उनके इस कार्यक्रम में आम जनता भी साथ देती है। इसके अलावा खुद का बजट भी है। दिलीप पब्लिक समझा रहें है कि अगर पेड़ बचा लोगे तो आने वाली पीढ़ियाँ बचा लोगे। दिलीप का कहना है कि अभी तक हमने जितने भी पेड़ लगाए है, उसमें अधिकतर स्कूल में लगाए है। जितने भी पेड़ है छायादार है जिससे कि बड़े होकर ये छाया दे सके।