मुजफ्फरपुर में रेल पुलिस की एक बड़ी पहल सामने आई है. यहां साधन विहीन बच्चे, अनाथ बच्चे, कचरा बीनने वाले बच्चे जो पढ़ाई से दूर थे उन्हें रेल पुलिस, रेल पुलिस पाठशाला में तालीम दे रही है. रेल पुलिस ने ऐसे बच्चों के भविष्य को संवारने की पहल की है. नशे की लत और अपराध के दलदल में फंस जाने वाले बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने का काम शुरू किया है. बच्चे रेल पुलिस पाठशाला में आकर पढ़ाई कर रहे हैं और खुश हैं. रेल पुलिस की इस पहल से उनकी जिंदगी बदल सकती है. गरीब, साधन विहीन और अनाथ बच्चों को पढ़ाने की ये पहल IPS कुमार आशीष ने की है.

पुलिस पाठशाला को मुजफ्फरपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक स्थित पुराने रेल पुलिस थाने में खोला गया है. यहां 17 बच्चों का नामांकन किया गया है. रेल पुलिस पाठशाला में रेल एसपी कुमार आशीष खुद भी बच्चों को पढ़ाने आते हैं. इसके साथ ही उनके अधीनस्थ पुलिस कर्मियों का भी उन्हें सहयोग मिल रहा है. रेल एसपी की इस पहल की खूब तारीफ हो रही है.

यहां एसपी भी लेते हैं क्लास

मुजफ्फरपुर जंक्शन पर रेल पुलिस पाठशाला की शुरुआत एक महीने पहले स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को गई है. पाठशाला की शुरुआत के दिन यहां एसपी ने खुद बच्चो को ABCD पढ़ाया था. अब हर दिन सुबह 9 से 11 बजे तक क्लास लगता है. बच्चों को महिला कांस्टेबल ब्यूटी कुमारी और प्रियंका कुमारी पढ़ाती हैं. दोनों रोटेशन के आधार पर बच्चों को पढ़ाने आती हैं. स्कूल आने के बाद अब इन बच्चों का मन पढ़ाई में लगने लगा है. साथ ही इनके सपने भी अब बड़े हुए हैं. यहां पढ़ने वाले बच्चों में कोई पढ़ लिखकर IAS तो कोई पुलिस इंस्पेक्टर बनना चाहता है. इसके साथ ही किसी का सपना फिल्म स्टार बनने का भी है.एक तरफ इन बच्चों को जहां शिक्षा मिल रहा है वहीं ये गलत रास्ते से भी दूर हो रहे हैं.

बच्चों के लिए वरदान रेल पुलिस पाठशाला

ऐसे बच्चे जिनके मां बाप नहीं हैं.जिन्हें पढाई का कोई साधन नहीं है. वह स्टेशन और उसके आसपास कचरा चुनते हैं. अकेले रहकर गलत संगति में पड़ अपराध के दलदल में फंस जाते हैं. उन बच्चों के लिए रेल पुलिस पाठशाला किसी वरदान से कम नहीं है. रेल पुलिस पाठशाला में आनेवाले बच्चों को पढ़ने के लिए किताब, कॉपी, पेंसिल और पैन के साथ उन्हें बिस्किट, कुरकुरे, चिप्स जैसे हल्के फुल्के खाने की चीजें भी दी जाती है ताकि स्कूल आने को लेकर वह उत्साहित रहें. यहां बच्चों को पढ़ाने वाली ब्यूटी कुमारी ने कहा कि बच्चे पढ़ाई के प्रति जागरूक हैं. ब्यूटी ने कहा कि वर्दी पहनकर ड्यूटी करते हुए बच्चों को शिक्षा देने का काम कर वह बहुत खुशी महसूस कर रही है