पटना में हर रोज डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं. बारिश के मौसम की वजह से पहले से ही शहर के कई इलाकों में जलजमाव है. इस बीच बुधवार से पटना नगर निगम के आठ हजार सफाईकर्मी और दैनिककर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं. इस दौरान शहर की सभी सफाई व्यवस्था ठप हो जाएगी. कचरे का उठाव बंद होने की वजह से शहर के हर चौक चौराहे पर कचड़े का अंबार नजर आ सकता है. नगर निगम के कर्मी 17 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर जा रहे हैं. नगर निगम कर्मियों के हड़ताल पर जाने के बाद अगर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किया गया तो शहर में स्थिति नर्क सी हो सकती है. कचड़े का लगा ढेर बारिश की मौसम होने की वजह से सड़ सकता है जिसके बाद कचरा सड़ने से दुर्गंध और कई तरह की बीमारियां हो सकती है.

पटना नगर निगम के सफाईकर्मी वैसे समय पर हड़ताल पर जा रहे हैं जब पूरे पटना में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है. राजधानी में अबतक 700 लोग इसकी चपेट में हैं, यहां डेंगू के सभी चारों स्ट्रेन के मरीज मिल रहे हैं. मंगलवार को 121 नए मरीज मिले है. राजाबाजार, पटेलनगर, बाजार समिति, पोस्टल पार्क, सैयदपुर, गुलजारबाग, राजीवनगर, कंकड़बाग, अजीमाबाद, पाटलिपुत्र, दीघा, फतेहपुर, अगमकुआं, फुलवारीशरीफ, शिवपुरी, बांकीपुर, कुर्जी मोड़, बहादुरपुर, दानापुर, और पटना सिटी इलाकों में डेंगू के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं.

क्या है निगमकर्मियों की मांग

पटना नगर निगम के सफाई कर्मी 17 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. इनकी मांग है कि कई सालों से काम कर रहे दैनिक कर्मियों को स्थायी किया जाए. इसके साथ ही यहां काम करने वाले कर्मियों के न्यूनतम वेतन 18-21 हजार किया जाए. वहीं चतुर्थ श्रेणी के समाप्त किए गए पद पर फिर से बहाली की जाए.