भगवान राम की नगरी अयोध्या में भक्तों को भव्य राम मंदिर के साथ स्वर्ण शिवलिंग के भी दर्शन होंगे. स्वर्ण शिवलिंग की स्थापना केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर बनने वाले गणेश मंदिर में की जाएगी. इसकी घोषणा रामा दल ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित कल्कि राम ने की है. उनके अनुसार जनवरी साल 2024 की शुरुआत में निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. मंगलवार देर शाम पंडित कल्की राम ने राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास से मुलाकात कर उन्हें स्वर्ण शिवलिंग और केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर बनने वाले गणेश मंदिर की स्केच भेंट की. साथ ही उन्होंने मंदिर निर्माण पर चर्चा की.

बात करते हुए पंडित कल्कि राम ने बताया कि यह उनका संकल्प था कि जब राम जन्मभूमि में रामलला विराजमान हो जाएंगे, तब अयोध्या में केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर मंदिर का निर्माण किया जाएगा. इस भव्य मंदिर में सोने के शिवलिंग की स्थापना की जाएगी. उन्होंने बताया कि 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया था. उससे 2 दिन पहले 3 अगस्त 2020 को उनके द्वारा अयोध्या में श्री गणेश मंदिर के लिए भूमि पूजन किया गया था.

मंदिर निर्माण में 300 करोड़ आएगा खर्चा

पंडित कल्कि राम ने जानकारी देते हुए बताया कि केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर बनने वाले इस भव्य मंदिर का पूरा निर्माण संगमरमर से किया जाएगा. मंदिर में दो से तीन फीट के स्वर्ण शिवलिंग की स्थापना की जाएगी, जिसका वजन सवा किलो होगा. पूरे मंदिर निर्माण में करीब 300 करोड़ का खर्च आएगा. मंदिर में भगवान श्री गणेश की भी भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी.

पंडित कल्कि राम हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक रामा दल ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित कल्कि राम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक हैं. 2014 से वह अनेक धार्मिक अनुष्ठान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर करते आ रहे हैं. राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास जी ने बताया कि पंडित कल की राम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कई वर्षों से पूजा अनुष्ठान करते आ रहे हैं, जिसका प्रभाव भी प्रधानमंत्री पर पड़ रहा है. उन्होंने बताया भले ही कुछ लोग प्रधानमंत्री का विरोध करते हैं, लेकिन विश्व में हमारे प्रधानमंत्री का स्थान प्रथम है.