इजरायल पिछले करीब चार दशकों से अमेरिका का एक अहम साथी है। ऐसे में हमास की तरफ से हुए हमले के बाद अब अमेरिका ने उसकी मदद करने की ठान ली है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने नौसेना के फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को इजरायल की मदद के लिए तैयार रहने के मकसद से पूर्वी भूमध्य सागर जाने का आदेश दिया है। अमेरिका के दो अधिकारियों के हवाले से न्यूज एजेंसी एपी ने यह जानकारी दी है। इसके साथ ही हजारों अमेरिकी सैनिक और कई फाइटर जेट्स भी इजरायल की मदद को उतरेंगे। हमास की तरफ से शनिवार को हुए अचानक हमले के बाद से ही इजरायल और फिलिस्तीन में जंग छिड़ी हुई है जिसमें अब ईरान और लेबनान भी शामिल हो गए हैं।
5000 सैनिक भी रवाना
अधिकारियों ने बताया कि यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड, इसके लगभग 5,000 नौसैन्य कर्मियों और युद्धक विमानों के साथ क्रूजर और विध्वंसकों को भेजा जाएगा। इसका संभावित मकसद अतिरिक्त हथियारों को हमास तक पहुंचने से रोकना और निगरानी रखना है। गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास ने शनिवार सुबह इजरायल के दक्षिण में हवा, भूमि और समुद्र से अचानक हमला कर दिया था। इन हमलों में सैनिकों समेत कम से कम 600 इजरायली मारे गए हैं। इसे पिछले 50 साल में देश में हुआ सबसे भीषण हमला कहा जा रहा है। इजरायल के जवाबी हमले में गाजा पट्टी में करीब 300 लोगों की मौत हुई है। यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड पहले से ही भूमध्य सागर में था। उसने पिछले हफ्ते ही इटली के साथ आयोनियन सागर में नौसैनिक अभ्यास किया था। यह अमेरिका का लेटेस्ट और सबसे एडवांस्ड एयरक्राफ्ट कैरियर है। यह इसकी पहली पूर्ण तैनाती है।