बिहार के बक्सर में हुए रेल हादसे के बाद रेलवे अभी इससे ठीक तरह से उबर भी नहीं पाई है इसके बाद भी लापरवाही के मामले कम नहीं हो रहे हैं. छपरा में लोको पायलट स्टेशन पर ट्रेन को बिना रोके आगे बढ़ गई. आगे जब ड्राइवर को गलती का अहसास हुआ तो बीच पुल गाड़ी रोक दी. इसके बाद पुल पर करीब 20 मिनट तक गाड़ी खड़ी रही. इस दौरान ट्रेन में बैठ यात्रियों की सांसे अटकी रही जबकि स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री में अपने सफर को लेकर असमंजस की स्थिति थी.

हैरान करने वाला यह मामला छपरा के मांझी हॉल्ट के पास का है. दरअसल छपरा बलिया रेलखंड पर चलने वाली उत्सर्ग एक्सप्रेस बुधवार की शाम छपरा से फर्रुखाबाद के लिए रवाना हुई. छपरा के बाद अपने पहले निर्धारित स्टापेज पर रूकने के बाद ये मांझी हॉल्ट के लिए रवाना हुई. ट्रेन पर चढ़ने वाले यात्री मांझी हाल्ट पर बैठे इंतजार कर रहे थे. जबकि उतरने वाले सामान के साथ तैयार थे. लेकिन ट्रेन मांझी हॉल्ट पर नहीं रूकी. इसके बाद यात्रियों में अफरातफरी मच गई.

पुल पर रूकी रही ट्रेन

इधर लोको पायलट को अपनी गलती का एहसास हुआ तो ट्रेन को सरयु नदी पर बने पुल पर ही रोक दिया. यहां करीब 20 मिनट तक गाड़ी खड़ी रही. इसके बाद ट्रेन ड्राइवर ने अधिकारियों से बातचीत की और फिर वापस ट्रेन को मांझी हॉल्ट स्टेशन लेकर आया. ट्रेन के लोको पायलट और गार्ड ने आपसी सामंजस्य से ट्रेन को वापस पीछे मांझी हॉल्ट पर लाया.

ट्रेन के आगे बढ़कर पुल पर 20 मिनट तक खड़ी रहने का एक वीड़ियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इधर मामला सामने आने के बाद डीआरएएम वाराणसी ने जांच के आदेश दिए हैं. मामले में जो रिपोप्ट आएगा उसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है.