CBI Operation Chakra strike on cyber crime: अंतरराष्ट्रीय संगठित साइबर अपराध नेटवर्क के विरुद्ध अपनी लड़ाई जारी रखते हुए, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ऑपरेशन चक्र- II चलाया, जिसका उद्देश्य भारत में संगठित साइबर-समर्थित वित्तीय अपराधों के बुनियादी ढांचे का मुकाबला करना एवं उन्हें ध्वस्त करना है। यह ऑपरेशन निजी क्षेत्र के दिग्गजों के साथ-साथ राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग से चलाया गया।

पांच अलग-अलग मामलों में सीबीआई का एक्शन

राष्ट्रव्यापी कार्रवाई के दौरान, सीबीआई ने पांच अलग-अलग मामलों में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, बिहार, दिल्ली, पश्चिम बंगाल व हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में 76 स्थानों पर गहन तलाशी ली।

ऑपरेशन चक्र-II के परिणामस्वरूप, 32 मोबाइल फोन, 48 लैपटॉप/हार्ड डिस्क, दो सर्वर की तस्वीरें, 33 सिम कार्ड एवं पेन ड्राइव जब्त कर लिए गए तथा कई बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए। सीबीआई ने 15 ईमेल खातों के डंप को भी जब्त कर लिया, जिससे आरोपियों द्वारा रची गई घोखाधड़ी के जटिल तंत्र का पता चला।

धोखाधड़ी के दो मामले आए सामने

ऑपरेशन चक्र-II के तहत लक्षित मामलों में, अंतर्राष्ट्रीय तकनीकी सहायता प्रदान करने वाले धोखाधड़ी के घोटाले के दो मामले सामने आए। इन मामलों में, आरोपियों ने एक वैश्विक आईटी प्रमुख कम्पनी एवं एक ऑनलाइन संचालित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म वाले बहुराष्ट्रीय निगम का परनाम धारण किया। 5 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में कई कॉल सेंटर संचालित करने वाले आरोपी, तकनीकी सहायता प्रतिनिधियों के रूप में भेष बदलकर, विदेशी नागरिकों को शिकार बनाते थे। आरोप है कि इन केंद्रों से जुड़ी धोखाधड़ी वाली गतिविधियां पिछले पांच वर्षों से जारी थीं, अपराधियों ने अवैध रूप से पैसा इक्क्ठा करने के लेन देन को सुविधाजनक बनाने के लिए कई अंतरराष्ट्रीय भुगतान गेटवे एवं चैनलों को नियोजित किया था।