6 new expressway in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश सरकार विकास के मामले में प्रदेश को पर दिन एक नए मुकाम पर पहुंचाने में जुटी हुई है। एक तरफ यूपी राम मंदिर निर्माण के साथ इतिहास रचने जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश अब विकास को रफ्तार देने के लिए छह नए एक्सप्रेस वे बनाने की तैयारी कर रही है। इन छह नए एक्सप्रेस वे बनने के बाद देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला यूपी एक नया इतिहास रचकर देश के विकास को गति देने का काम करेगा।
यूपी का हर जिला एक दूसरे से होगा कनेक्ट
आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने बताया कि आने वाले समय में प्रदश सरकार की ओर से यूपी में होने वाले छह नए एक्सप्रेस वे के निर्माण से पूरे उत्तर प्रदेश का एक-एक जिला आपस में सीधे कनेक्ट होगा। इतना ही नहीं, इनके निर्माण क बाद यूपी के आस पास के पड़ोसी राज्यों से संपर्क भी बेहतर है सकेगा। इसके साथ ही यूपी के अलग अतल जिलों में भी सफर के दौरान जाम और दुर्घटनाओं से निजात मिल सकेगी।
देशभर के कुल एक्सप्रेस-वे का 50 फीसदी हिस्सा यूपी में करने का है लक्ष्य
लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से देशभर के कुल एक्सप्रेस-वे का 50 फीसदी हिस्सा सिर्फ उत्तर प्रदेश में होने का लक्ष्य बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बीते समय के पांच एक्सप्रेसवे के बाद प्रस्तावित हुए छह नए एक्सप्रेस वे प्रदेश सरकार के इस लक्ष्य को पूरा कर देंगे। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि अभी उत्तर प्रदेश में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे और गंगा एक्सप्रे-वे हैं, जिनमें से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के साथ गंगा एक्सप्रेस वे अभी निर्माणाधीन है और इसके निर्माण का काम भी तेज गति से चल रहा है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में देश के कुल एक्सप्रेसवे का 37.7 फीसदी एक्सप्रेस-वे अकेले उत्तर प्रदेश में है। आने वाले समय में बनने वाले छह नए एक्सप्रेस वे के निर्माण के बाद ये हिस्सेदारी 50 फीसदी तक हो जाएगी।