नर्मदापुरम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिनों पहले आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) की शुरुआत की थी। इस डिजिटल मिशन के तहत लोगों को एक यूनिक डिजिटल हेल्थ आईडी कार्ड दिया जाएगा जिसमें उनका स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड दर्ज होगा। अब मरीजों को दूसरे डॉक्टर या दूसरे शहर में जाकर इलाज करवाने के लिए अपनी सभी रिपोर्ट या दस्तावेज लेकर नहीं जाना होगा। केवल एक क्लिक पर मरीज को रिकॉर्ड और जांच की जानकारी मिल सकेगी।
Digital Health ID Card:
सरकार इसके लिए यूनिक आईडी आधार कार्ड की तरह सबकी हेल्थ आईडी तैयार करवा रही है। इसमें हर व्यक्ति का स्वास्थ्य से जुड़ा पूरा लेखा-जोखा दर्ज रहेगा जिसकी वजह से मरीज को परेशानी का सामना नहीं करना पढ़ेगा। अगर गंभीर बीमारी के मरीजों को मेडिकल इमरजेंसी हुई तो उनकी आभा आईडी से मेडिकल हिस्ट्री देख पाएंगे। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट बनाई जा रही है। 11 दिसंबर तक प्रतिदिन कार्ड बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं। किसी भी सरकारी अस्पताल में पहुंचकर फ्री में आईडी बनवा सकते है।
यूनिक हेल्थ आईडी क्या है और आप इसे कैसे प्राप्त कर सकते हैं?
अगर आप आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का हिस्सा बनना चाहता है, तो इसके लिए आपको अपनी एक हेल्थ आईडी कार्ड बनानी होगी। इस हेल्थ आईडी के तहत एक 14 अंकों की संख्या जनरेट होती है। जिसका इस्तेमाल आपके पहचान के तौर पर किया जाएगा।
इन सेंटरों पर बनेंगे कार्ड :
- उप स्वास्थ्य केन्द्र
- पीएचसी
- जिला अस्पताल
- सिविल अस्पताल 400
- सीएचसी
- यूपीएचसी
अगर आप स्वयं अपना हेल्थ आईडी कार्ड बनाना चाहते है तो आप अपने मोबाइल पर ABDM हेल्थ रिकॉर्ड्स ऐप भी डाउनलोड कर सकते हैं । इस ऐप के ज़रिए भी आप खुद को हेल्थ आईडी कार्ड के लिए रजिस्टर कर सकते हैं. इसमें आपको अपनी बेसिक जानकारियां भरनी होगी और इसके साथ ही अपने मोबाइल नंबर या आधार नंबर को प्रमाणित करना होगा।