पाकिस्तान से लाखों अफगानिस्तानी नागरिक वापस लौट रहे हैं. गिरफ्तारी और निर्वासन से बचने के लिए वापस जा रहे इन नागरिकों की परेशानियां और इनके हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. पाकिस्तान की सीमा पार करते ही इनके सामने मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा है. इनके पास खाने-पीने जैसी जरूरी चीजें भी नहीं है. जिससे ये बेहद कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं.
सहायता समूहों के मुताबिक अफगानिस्तान के नागरिकों के पास न ही रहने को घर है, न ही शौचालय, न ही खाने पीने की कोई सुविधा. ऐसे में ये लोग तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं. छोटे छोटे मासूम बच्चों के लिए भी खाने के लाले पड़े हैं.
मुफलिसी में जिंदगी गुजारने को मजबूर अफगानी नागरिक
पाकिस्तान सरकार के आदेश के बाद अफगानी नागरिक तोरखम और चमन इलाके से सीमा पार कर पाकिस्तान छोड़ रहे हैं. इन नागरिकों के रहने के लिए तालिबान ने शिविर स्थापित किए हैं, लेकिन यहां उन्हें तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इनके रहने की कोई समूची व्यवस्था नहीं है. खुले में शौच जाने की वजह से आस-पास गंदगी का अंबार लगा हुआ है. इसके साथ ही शिविर में न ही खाने पीने और न ही बिजली की कोई सुविधा है. शिविर में रह रहे ये लोग अब वापस अपने मूल स्थान जाने की राह देख रहे हैं.