रक्षा विमानन प्रणाली को ज्यादा घातक और मजबूत बनाने के लिए भारत अपनी आर्मी को और अपग्रेड कर रही है. इसी के तहत भारतीय सेना अपने बेड़े में दुनिया के सबसे खतरनाक अटैक हेलीकॉप्टर शामिल करने जा रही है. दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए आर्मी वेस्टर्न कमांड में ऐसा अटैक हेलीकॉप्टर तैनात करेगी जिसकी स्पीड सबसे तेज होगी, जिसके अटैक से दुश्मन की किलेबंदी ध्वस्त हो जाएगी.

तो समझते हैं आर्मी की नई हवाई रणनीति:

भारतीय आर्मी के बेड़े में जल्द ही 6 अपाचे हेलीकॉप्टर शामिल होने जा रहे हैं. दुश्मनों के परखच्चे उड़ाने में माहिर एएच-64ई अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर सेना की ताकत बनेंगे. सेना 5,691 करोड़ रुपए के सौदे के तहत 6 हेवी-ड्यूटी अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर को शामिल करने की तैयारी में है. जिनमें से पहले 3 हेलीकॉप्टर आगले साल 2024 में मार्च तक और 3 हेलीकॉप्टर जून तक आर्मी को मिल जाएंगे. जिसकी कमान आर्मी की 21 (स्ट्राइक) कोर भोपाल में संभालेगी. आर्मी के अपाचे हेलीकॉप्टर की तैनाती जोधपुर में की जाएगी. इसके लिए पायलट और इंजीनियर्स ने पूरी ट्रेनिंग ले ली है. अमेरिकी एयरोस्पेस बोइंग इन हेलीकॉप्टरों का निर्माण कर रही है.

आर्मी की दूसरी रणनीति- LUH हेलीकॉप्टर

सेना ने अपने सबसे पुराने हल्के हेलीकॉप्टरों को रिटायर करने की योजना बना ली है. जिसके मुताबिक सेना 2027 तक चीता, चेतक हेलीकॉप्टरों को हटा देगी. सेना को दिसंबर 2024 से जून 2025 के बीच 6 LUH मिलेंगे. इसके साथ ही सेना स्वदेशी लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टरों को शामिल करेगी. नवंबर 2021 में, रक्षा अधिग्रहण परिषद ने लगभग ₹1,500 करोड़ की लागत से LUH के 12 सीमित श्रृंखला उत्पादन (LSP) वेरिएंट की खरीद को मंजूरी दी. LUH के लिए बड़ा अनुबंध जनवरी 2024 तक पूरा होगा और इसकी डिलीवरी 2026 तक शुरू होने की उम्मीद है.