Delhi Government: आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (6 नवंबर) को पार्टी विधायक दल के साथ बैठक की. ईडी के समन और आम आदमी पार्टी की ओर से उनकी गिरफ्तारी को लेकर हो रहे दावे के बीच यह अहम बैठक दिल्ली विधानसभा में हुई.

बैठक के बाद दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, “बैठक में सभी विधायकों ने अपनी बात रखी. सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सीएम अरविंद केजरीवाल अगर गिरफ्तार होते हैं तो वो जेल से ही दिल्ली सरकार चलाएंगे, क्योंकि दिल्ली की जनता ने उनको ही जनादेश दिया है. संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि मुख्यमंत्री को ट्रायल के बहाने जेल में रखा जाए तो उनको इस्तीफा देना पड़ेगा.”

‘केजरीवाल ही चलाएंगे सरकार’

सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, “पीएम मोदी और बीजेपी को सिर्फ अरविंद केजरीवाल से डर लगता है. आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों ने एक बात कही कि अक्सर सीएम केजरीवाल के ऊपर अलग-अलग तरीके से दबाव बनाया जाता है. अब अगर अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया तो दिल्ली की सत्ता कैसे चलेगी?”

उन्होंने आगे कहा, “सभी विधायकों ने अरविंद केजरीवाल से कहा है कि चाहे कुछ भी हो जाए. जमीन से चले, चाहे आसमान से चले, चाहे जेल से चले, चाहे पुलिस कस्टडी से चले या फिर न्यायिक कस्टडी से चले, अरविंद केजरीवाल ही दिल्ली की सरकार चलाएंगे, क्योंकि जनादेश उन्हीं का है.”

जेल से ही चलाएंगे सरकार- AAP सांसद

सीएम अरविंद केजरीवाल सिर्फ मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी के मुखिया भी हैं. ऐसे में अब सवाल ये भी है कि अगर अरविंद केजरीवाल जेल चले जाते हैं तब पार्टी आगे काम कैसे करेगी. वह भी तब जब लोकसभा चुनाव बेहद नजदीक हो. इस पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव और सांसद संदीप पाठक ने कहा, “पहले तो यह समझना होगा कि ये एक बीजेपी का बड़ा ट्रैप है और इसमें आम आदमी पार्टी को फंसाने की कोशिश की जा रही है.”