हमास के साथ युद्ध में इजराइल का पूरा साथ दे रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अब पीछे हटते नजर आ रहे हैं, खास तौर से गाजा पर कब्जे को लेकर अमेरिका का इजराइल का मत बिल्कुल जुदा है. गुरुवार को एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को स्प्ष्ट कर दिया है कि गाजा पर कब्जा करना एक बड़ी गलती होगी, दो राज्य समाधान ही इजराइल-फिलिस्तीनी संघर्ष को समाप्त करने का एकमात्र तरीका है.

सेन फ्रांसिस्को में मीडिया से बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस बात का खुलासा किया- ‘उन्होंने कहा कि मैंने इजराइलियों को स्प्ष्ट कर दिया है कि गाजा पर कब्जा करना एक बड़ी गलती होगी, यह सोचना भी उनके लिए गलत होगा कि वे वहां कब्जा कर लेंगे और उस पर कब्जा बनाए रखेंगे. इससे पहले इसी माह की शुरुआत में नेतन्याहू ने कहा था कि युद्ध के बाद गाजा का पुर्ननिर्माण करना होगा. इसके लिए इजराइल को इस क्षेत्र में शासन करने के लिए एक नई सरकार ढूंढनी होगी. अब इस क्षेत्र पर हमास का शासन था.

कब्जे की कोई योजना नहीं

बेशक इजराइल के पीएम ने गाजा के पुर्ननिर्माण की बात कही हो, लेकिन वे ये भी कहते हैं कि उनकी गाजा पर कब्जा करने की कोई योजना नहीं है, हालांकि विशेषज्ञ ये मानते हैं कि इजराइल का गाजा पर पहले से ही कब्जा है, बेशक 2005 में इजराइल ने औपचारिक रूप से अपनी सेना और बसने वालों को वापस लेने का ऐलान कर दिया हो, लेकिन उसकी सीमाओं, हवाई क्षेत्र और क्षेत्रीय जल पर इजराइल का ही पूर्ण नियंत्रण है.

अलशिफा अस्पताल को लेकर भी चेताया

बाइडेन ने बातचीत में ये भी दावा किया कि जब इजराइली सेना ने गाजा के अल शिफा अस्पताल पर छापेमारी जारी रखी तो बाइडेन ने नेतन्याहू से बातचीत कर अस्पताल में अपने कार्यों में सावधान रहने की जरूरत पर चर्चा की थी. इजराइल का तर्क है कि अस्पताल के बेसमेंट में हमास ने अपना सैन्य अड्डा बना रखा है. हालांकि हमास ने इस दावे को पूरी तरह गलत बताया है.