सीहोर: कभी कंडे थोपने और चौका-बर्तन जैसे घरेलू कामकाज तक सीमित रहने वाली ग्रामीण महिलायें अब अजीविका मिशन के माध्यम से न केवल आर्थिक रूप से अपने परिवार को मजबूत बना रही है, बल्कि आत्मनिर्भर बन रही है और अपने फैसले खुद ले रही है। जिले के इछावर तहसील में आजीविका मिशन के माध्यम से ग्राम संगठन भाउखेड़ी की महिलाओं ने मनरेगा आजीविका एकीकृत पार्क भाऊखेड़ी में सफलतापूर्वक मछली पालन का व्यवसाय कर अन्य समूहो और महिलाओं के लिए मिशाल पेश की है। मनरेगा आजीविका एकीकृत पार्क भाऊखेड़ी में महिलाओं द्वारा पहली बार मछली उत्पादन का कार्य किया गया है। मछली तालाब से महिलाओं द्वारा मछली हार्वेस्टिंग कर 5 क्विंटल मछली निकाली गई। इन मछलियों के विक्रय से महिलाओं को 50 हजार रूपए की आय हुई। महिलाओं को इस तालाब से 40 क्विंटल से अधिक की मछलियों का उत्पादन होगा। जिससे उन्हें 5 लाख से अधिक का मुनाफा होगा।जसं।
आजीविका मिशन की महिलाएं सफलतापूर्वक कर रही है मछली पालन का व्यवसाय
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