सात दिन के युद्ध विराम के बाद इजराइल और हमास के बीच जंग फिर से शुरू हो गई है. जंग को लेकर इजराइली सेना की ओर से एक खास रणनीति अपनाने का फैसला किया गया है. इजराइली सेना अपने नए प्लान के मुताबिक गाजा पट्टी को 3000 से अधिक जोन में बांट दिया है. इजराइल के इस कदम के पीछे भी एक बड़ी कहानी छिपी हुई है.

दरअसल, हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू के नेतृत्व वाली वार कैबिनेट में साफ कहा था कि गाजा पट्टी में आम नागरिकों को बचाने का हर संभव प्रयास होना चाहिए और जंग की वजह से आम लोगों की कम से कम मौत हो. इसके साथ-साथ लोगों को बड़े पैमाने पर विस्थापन भी न करना पड़े.

अमेरिका के इस कड़ी चेतावनी के बाद इजराइली सेना आईडीएफ ने युद्ध को लेकर एक खास प्लान बनाया है. आईडीएफ के वार रूम में तय हुआ है कि गाजा में हवाई हमले के दौरान वहां मौजूद लोगों को बचाने के लिए पूरे गाजा पट्टी को अलग-अलग जोन में बांट दिया जाए.

आईडीएफ ने जारी किया मैप

गाजा पट्टी को अलग-अलग जोन में बांटने को लेकर आईडीएफ ने एक मैप भी जारी किया है. हर इलाके को एक नंबर दिया गया है. इजराइली सेना ने गाजा में मौजूद लाखों लोगों से अपील की है कि वो इस मैप में अपने एरिया को पहचान लें और उस एरिया का नंबर हमेशा ध्यान रखें.

आईडीएफ के मुताबिक, हवाई हमले या सैन्य कार्रवाई से पहले गाजा के लोगों को सूचना दी जाएगी. लोगों से कुछ इलाके को खाली करने के लिए कहा जाएगा. हमले से पहले सेना उन इलाकों के नंबर को बताएगी इसके बाद जगह को तुरंत खाली करना होगा वरना हमले में जान भी जा सकती है. इजराइल का मानना है कि इससे जंग में निर्दोष लोगों की जानें नहीं जाएगी और हमास के खिलाफ सेना की कार्रवाई भी जारी रहेगी.

तबाही के बाद अब जान बचाने की कोशिश

दरअसल, इजराइल की ओर से हमास पर किए गए हवाई हमलों में गाजा के कई इलाके पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं. जंग में कई हजार नागरिकों की मौत भी हो चुकी है. जंग में हजारों की संख्या में आम नागरिक भी मारे गए हैं. ऐसे में कई देशों की ओर से इजराइल की आलोचना भी की गई. जिसके बाद अब इजराइल ने यह कदम उठाया है.