हिंदी भाषा के विस्तार में बोलियों के योगदान विषय पर बेवीनार संपन्न

शासकीय कुसुम महाविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी भाषा के विस्तार में बोलियों के योगदान विषय पर एक दिवसीय बेवीनार हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया, कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार रघुवंशी एवं मंचस्थ अतिथियों ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्राची सिंह द्वारा किया गया कार्यक्रम में ऑनलाइन मोड पर डॉ. श्रुति गोखले प्राध्यापक हिंदी विभाग ने हिंदी के विस्तार में बोलियों के योगदान पर सारगर्भित विचार व्यक्त करते हुए बताया कि बोली छोटी -छोटी वह नदियाँ हैं जो भाषा रूपी गंगा को सदानीरा बनाती है, हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष रमाकान्त सिंह ने बुंदेली लोकगीत गाकर बोली के लालित्य एवं महत्त्व को प्रतिपादित किया, डॉ. एस. के. झा ने मैथली बोली में लोकगीत गाकर मैथली भाषा पर प्रकाश डाला, अध्यक्षीय उद्वोधन देते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार रघुवंशी ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि अपनी बोली पर गर्व करें एवं अपने व्यवहार में लाएं जिससे होली का संरक्षण हो सके.

कार्यक्रम के अंत में प्रो. एसके अग्रवाल ने अतिथियों का आभार प्रकट किया l कार्यक्रम में डॉ ए के यादव,डॉ. कल्पना स्थापक, डॉ. अनुराग पथक, डॉ योगेश खंडेलवाल, डॉ अतुल गौर, डॉ.आरती पडियार, डॉ. जया कैथवास, डॉ. मोहन गुर्जर, विजयश्री मालवीय,सुमन यादव, एस. सी. अग्रवाल, कमल सिंह अहिरवार,प्रशांत चौरसिया, नवनीत सोनारे, प्रेमनारायण परते, रोहित मालवीय, कैलाश गढ़वाल डॉ. रश्मि सोनी सहित समस्त शैक्षणिक स्टॉफ एवं बड़ी संख्या में छात्र छात्रा उपस्थित रहें l