भारत में कोरोना वायरस के मामलों ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है. देश में रविवार को कोरोना के 335 नए मामले सामने आए, जिसके बाद मरीजों की संख्या बढ़कर 1,701 हो गई. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, संक्रमण से देश में कुल 5 लोगों की मौत हुई, जिसमें 4 मौत केरल में हुई जबकि उत्तर प्रदेश में एक व्यक्ति ने कोविड संक्रमण से अपनी जान गंवाई.
आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,69,779 हो गई है और स्वस्थ होने की दर 98.81 प्रतिशत है. संक्रमण से जान गंवाने की दर 1.19 फीसदी है. मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में अभी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत 220.67 करोड़ खुराकें दी गई हैं.
ICMR ने क्या कहा?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के एक अधिकारी ने कहा, केरल में कोरोना के सब वेरिएंट JN.1 का एक मामला सामने आया. 79 साल की एक महिला में वायरस पाया गया. आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ राजीव बहल ने कहा कि यह मामला 8 दिसंबर को तिरुवनंतपुरम जिले के काराकुलम में पाया गया था. महिला में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) के हल्के लक्षण थे.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राज्य में पाया गया कोविड-19 उप-संस्करण जेएन.1 चिंता का कारण नहीं है. नए वेरिएंट के बारे में मीडिया से बात करते हुए जॉर्ज ने कहा कि उप-वेरिएंट का पता महीनों पहले भारतीय यात्रियों में लगाया गया था, जिनकी सिंगापुर हवाई अड्डे पर जांच की गई थी.
उन्होंने कहा कि किसी भी चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है. यह एक सब वेरिएंट है. महीनों पहले ये वेरिएंट कुछ भारतीयों में पाया गया था जिनकी सिंगापुर हवाई अड्डे पर जांच की गई थी. स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. हालांकि, मंत्री ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह करते हुए कहा कि जिन लोगों को अन्य गंभीर बीमारियां हैं, उन्हें सावधान रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि नया उपस्वरूप देश के अन्य हिस्सों में भी मौजूद है और केरल की मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली के कारण चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है.