मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने अवैध गतिविधियों, खासतौर पर अवैध खनन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. मुख्यमंत्री ने पहले ही कहा था कि वह राज्य में भ्रष्टाचार और अवैध खनन के मामलों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे. बीते दिन पंजाब पुलिस ने कांग्रेस के एक पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया है, जो कथित रूप से अवैध खनन में शामिल थे. भ्रष्टाचार और अवैध खनन के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुष्टि की.

ताजा घटना रावी नदी के पास पूर्व विधायक जोगिंदर पाल भोआ की पत्नी की अगुवाई वाली क्रशर साइट की है. उपमंडल अधिकारी (खनन) ने अवैध खनन गतिविधियों की पुष्टि की, जिसमें पोकलेन मशीनों और टिपरों का इस्तेमाल किया जा रहा था. कानूनी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने की कोशिशों के बावजूद, जोगिंदर पाल भोआ और उनके एक सहयोगी, सुरजीत सिंह उर्फ लाडी को अधिकारियों ने साइट पर पकड़ लिया. कार्रवाई के दौरान एक पोकलेन मशीन और एक टिपर भी जब्त किया गया.

अवैध खनन में शामिल सभी लोगों पर होगा एक्शन

भगवंत मान सरकार का कहना है कि खनन अधिकारी की रिपोर्ट के बाद पूर्व विधायक जोगिंदर पाल भोआ समेत इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. खनन विभाग की शिकायत पर पूर्व विधायक के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 186 और खान और खनिज अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार होने के कुछ देर बाद पुलिस उन्हें मेडिकल जांच के लिए पठानकोट सिविल अस्पताल ले गई.

अवैध खनन की मिली थी जानकारी, फिर पुलिस ने मारा छापा

एसएसपी दलजिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि खनन विभाग को जानकारी मिली थी कि कृष्णा क्रशर के मालिक, जो जोगिंदर पाल के मालिक हैं, रावी से रेत की अवैध खुदाई कर रहे हैं. यह स्थल भोआ विधानसभा क्षेत्र के किर्री खुर्द गांव में स्थित है. 23 जनवरी, 2021 को पुलिस ने उसी स्थान पर दो स्टोन क्रशिंग इकाइयों पर छापा मारा और उन्हें सील कर दिया था, जहां आज अवैध खनन हो रहा था. इनमें से एक यूनिट जोगिंदर पाल की थी.