22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की मांग

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर कांग्रेस इकाई ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की मांग की है. इस पत्र के जरिये कांग्रेस ने मांग की है कि अयोध्य में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाएगा. मुख्यमंत्री में लिखे पत्र में कांग्रेस ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का सपना पूरा होने जा रहा है, इसलिए इस दिन का सरकार को अवकाश घोषित करना चाहिए.

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का सपना हुआ पूरा

एमपी कांग्रेस कमेटी के संभागीय प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल, सूचना अधिकार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गिरीश जोशी ने बताया कि “सन 1986 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के ताले खुलवा कर प्रतिमा की स्थापना करवाई गई थी. उसके बाद चली लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश से रामलला का अयोध्या में मंदिर निर्माण हो रहा है.” उन्होंने कहा कि “इससे पूरे देश के सनातनी वर्ग में हर्ष उल्लास का माहौल है. राजीव गांधी का सपना साकार हो रहा है. इसी अवसर पर मध्य प्रदेश में भी 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की गई है.” इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा, विवेक खंडेलवाल, कार्यवहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव, गिरीश जोशी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर ये मांग की है. इन नेताओं के मुताबिक, “आगामी 22 जनवरी को प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के आदेश जारी किए जाएं ताकि मध्य प्रदेश के सनातनी वर्ग इस अवसर को हर्षो उल्लास के साथ मना सकें.”

इस मौके पर इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर के सभी होटल और मॉल में आकर्षक विद्युत सज्जा करने का निवेदन किया है, जिससे पूरा शहर राममय हो जाए. उन्होंने कहा है कि जिस तरह हम क्रिसमस पर अपने मॉल और दुकानों को सजाते हैं, ठीक उसी प्रकार 22 जनवरी को रामलाल के आगमन पर हम अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर इस उत्सव को मनाएं. इसके लिए नगर निगम भी शहर को सजाने का काम कर रहा है और अलग-अलग सामाजिक संगठन भी अपने स्तर पर लगे हुए हैं.