उस्ताद राशिद खान के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुख

Ustad Rashid Khan Passes Away: हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को अनगिनत श्रोताओं तक अपनी मशहूर आवाज में पहुंचाने वाले उस्ताद राशिद खान का मंगलवार (9 जनवरी) को प्रोस्टेट कैंसर के कारण निधन हो गया. इसको लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दुख जताया.

पीएम मोदी ने संवदेना व्यक्त की. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ”भारतीय शास्त्रीय संगीत जगत की महान हस्ती उस्ताद राशिद खान के निधन से दुख हुआ. संगीत के प्रति उनकी अद्वितीय प्रतिभा और समर्पण ने हमारी सांस्कृतिक दुनिया को समृद्ध किया. पीढ़ियों को प्रेरित किया. उनका निधन एक खालीपन छोड़ गया है. इसे भरना मुश्किल होगा. उनके परिवार, शिष्यों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.”

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्या कहा?

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ. पद्म भूषण से सम्मानित उस्ताद राशिद खान ने संगीत शैलियों के मिश्रण और जुगलबंदियां प्रस्तुत करके अत्यधिक बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.’’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘वह शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में एक समृद्ध विरासत छोड़ गए हैं. मैं उनके प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं.’’

ममता बनर्जी क्या बोलीं?

दिवंगत गायक के परिजनो के साथ खड़ी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘मैने उनके निधन के बारे में सुना. यह पूरे देश और पूरे संगीत जगत के लिए एक बड़ी क्षति है. मुझे बेहद दुख है, क्योंकि मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि राशिद खान अब नहीं रहे.’’

ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘हमारे बीच गहरा निजी रिश्ता था वह बहुत प्यारे मनुष्य थे. हम नियमित रूप से संपर्क में रहते थे. हम सभी उनके परिवार के साथ हैं.’’ उन्होंने कहा कि 10 जनवरी को उनका शव मुर्दाघर से बाहर निकाले जाने के बाद खान को सरकारी सांस्कृतिक परिसर रवीन्द्र सदन में बंदूकों की सलामी दी जाएगी और राजकीय सम्मान दिया जाएगा.

मल्लिकार्जुन खरगे क्या बोले?

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ”प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक और पद्म भूषण से सम्मानित उस्ताद राशिद खान जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ. शास्त्रीय संगीत के सार और शुद्धता को खोए बिना समकालीन संगीत प्रस्तुत करने की उनकी अनूठी शैली ने लाखों लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. शोक संतप्त परिवार और उनके प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.”