मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के बेरी मैदान, इतवारा, नागझरी, खैराती बाजार समेत 6 वार्डों में उल्टी-दस्त से पीड़ितों का डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज किया जा रहा है. इनमें 60 बच्चे और 15 से ज्यादा लोग शामिल हैं. बुधवार को TV9 भारतवर्ष ने खबर को प्रकाशित किया था जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और विभाग ने टीम बनाकर बीमार पड़े लोगों के वार्डों में जाकर दूषित पानी के सैंपल लेने और जांच कराने के आदेश दिए हैं.

वार्डों में जाकर पानी के सैंपल और सर्वे करने की बात कही है, जिला एपिडिमोलॉजिस्ट रविंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि उल्टी-दस्त और डायरिया के लिए दूषित पानी और दूषित खाद्य सामग्री सोर्स होते हैं. अब स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रभावित 6 वार्डों में डोर टू डोर सर्वे करेगी और ओआरएस, एंटी डायरियल टेबलेट, क्लोरीन की गोलियां भी बांटी जाएंगी. इसके अलावा रैंडम 6 स्कूलों के सैंपल भी इंदौर भेजे जाएंगे. पानी के सैंपल की हेल्थ डिपार्टमेंट जांच कर रहा है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही संभावित डायरिया के सोर्स का पता लगाया जा सकेगा.

घर-घर जाकर करेंगे जागरूक

सीएमएचओ डॉक्टर राजेश सिसोदिया ने बताया कि विभाग की ओर से पूरे शहर में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और घर-घर स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेज कर लोगों को जागरूक किया जाएगाच. नगर निगम से भी समन्वय स्थापित करेंगे ताकि आगे चलकर ऐसी स्थिति निर्मित ना हो. फिलहाल सभी पीड़ितों का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है.

बुरहानपुर नगर निगम द्वारा 2017 में करोड़ों रुपए की लागत से शहर वासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए जल आवर्धन योजना का काम शुरू किया गया था. 2019 में काम पूरा होना था लेकिन अप्रैल 2024 तक यह योजना पूरी नहीं हो सकी है. इस योजना की टेस्टिंग फिलहाल कुछ वार्डों में शुरू हुई है, उन्ही वार्डों में ये केस निकलकर सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि टेस्टिंग के दौरान ही उन वार्डों में दूषित पानी बांटा जा रहा है. इसी वजह से 6 वार्डों के 60 बच्चे और 15 से ज्यादा लोग डायरिया का शिकार हुए हैं.